उमेश पाल हत्याकांड से पहले 13 जनवरी को हवाला कांड हुआ था. अतीक अहमद के वसूली और क्राइम सिंडिकेट के आने वाले पैसे सीधे शाइस्ता तक पहुंचते थे. हवाला के जरिए आने वाले पैसे पहले अतीक के वकील खान सौलत हनीफ हवाला ऑपरेटर से लेता था.