भारत जैसे विशाल और विविधताओं से भरे देश में एक राष्ट्रभाषा होना मुमकिन नहीं है. यहां हजारों भाषाएं और बोलियां लिखीं, पढ़ीं और बोलीं जाती हैं. ऐसे में राष्ट्रभाषा के मामले पर हमारा संविधान क्या कहता है, आइये जानते हैं.