भारत में स्वास्थ्य विभागों ने HMPV के कारण होने वाली बीमारियों के बीच अपनी निगरानी बढ़ा दी है, ताकि अगर कोई केस आता है तो तुरंत उसे ट्रेस किया जा सके.