देश के सबसे सफल एमेच्योर मुक्केबाजों में से एक विकास कृष्ण ने आज कहा कि वह इस साल के आखिर तक पेशेवर मुक्केबाजी में पर्दापण कर लेंगे. 2016 के रियो ओलंपिक के बाद से चल रही उनकी यह योजना आखिरकार मूर्त रूप ले लेगी.
राष्ट्रमंडल खेलों का अपना पहला पदक सुनिश्चित करने वाले खिलाड़ी ने पीटीआई से कहा कि वह अपनी पुरानी आकांक्षा को लेकर आगे बढ़ने के लिए अब पूरी तरह तैयार है. विकास गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ के सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं.
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75 किग्रा मिडिल वेट श्रेणी के मुक्केबाज ने कहा , ‘मेरा अपना मन बना लिया है , मैं इस साल के आखिर तक पेशेवर मुक्केबाज बन जाऊंगा. मैं महासंघ के साथ चर्चा करूंगा और मुझे उम्मीद है कि उनका रवैया सहयोगात्मक होगा. मैं ऐसा कुछ नहीं करना चाहता जिसपर उन्हें आपत्ति हो.’
हरियाणा के 25 साल के मुक्केबाज पूर्व में एशियाई खेलों में स्वर्ण, विश्व चैंपियनशिप में कांस्य, एशियाई चैंपियनशिप में रजत एवं कांस्य पदक जीत चुके हैं और ओलंपिक में क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे थे. उन्होंने रियो खेलों के बाद पेशेवर मुक्केबाजी में उतरने की बात कही थी, लेकिन पदक न जीत पाने के बाद अपनी योजना बदल दी.
विकास ने कहा , ‘इस बार मैं इसे लेकर निश्चित हूं. मुझे लगता है कि यह सही समय है क्योंकि अब पेशेवर मुक्केबाज ओलंपिक में खेल सकते हैं और इससे ओलंपिक पदक जीतने का मेरा सपना बना रहेगा. विकास अब सेमीफाइनल में उत्तरी आयरलैंड के स्टीवन डोनेले से भिड़ेंगे.