भारत के किशोर शूटर अनीश भानवाला ने गोल्ड कोस्ट में वो कारनाम किया है, जिस पर देश को नाज रहेगा. 15 साल के अनीश ने गोल्ड मेडल पर निशाना साधा और देश की झोली में 16वां गोल्ड मेडला डाल दिया. पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में उन्होंने कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड के साथ यह कामयाबी हासिल की. इसके साथ ही वो कॉमनवेल्थ गेम्स में सबसे कम उम्र में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी में भी बने. अनीश ने हमवतन 16 साल की निशानेबाज मनु भाकेर का रिकॉर्ड तोड़ा. मनु ने इन्ही खेलों में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण जीता था.
छोटे उस्ताद बने बड़े निशानेबाज
गोल्ड कोस्ट जाने से पहले तक देश के इस युवा शूटर के नाम से ज्यादातर भारतीय फैंस अंजान थे. सबकी जुबान पर गगन नारंग, चैन सिंह से बड़े शूटरों के नाम थे. पहला कॉमनवेल्थ गेम्स खेल रहे अनीश पर खुद को साबित करने का कोई दबाव नहीं था. उन्हें तो बस निशाना साधना था. पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में उन्होंने कमाल के निशाने लगाए. फाइनल में अनीश ने 30 अंक हासिल किए और गोल्ड मेडल पर निशाना साधा. इस स्पर्धा का सिल्वर मेडल ऑस्ट्रेलिया के सर्जई इवग्लेवस्की (28 अंक) ने जीता, जबकि ब्रॉन्ज इंग्लैंड के सैम गोविन (17 अंक) के हिस्से आया.
बहन भी हैं निशानेबाज
हरियाणा के रहने वाले अनीश की बड़ी बहन मुस्कान भी शूटर हैं, जो देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. दोनों भाई बहन एक साथ प्रैक्टिस करते हैं. कॉमनवेल्थ खेलों के पूर्व शूटर गोल्ड मेडलिस्ट हरप्रीत सिंह और ओलंपिक मेडलिस्ट विजय कुमार उनके हीरो हैं और उन्हें शूटिंग की बारीकियां सिखाते हैं. अनीश का मकसद अभिनव बिंद्रा की तरह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है. जिसके लिए वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं. जिस रफ्तार में निशाना साध रहे हैं 2020 टोक्यो ओलंपिक में वो भारत के सबसे बड़ा मेडल के दावेदार होंगे.
जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में बना चुके हैं रिकॉर्ड
पिछले साल अनीश ने विश्व रिकॉर्ड के साथ जूनियर वर्ल्ड चैंपियन बने थे. अनीश ने चैंपियनशिप के पहले दिन 600 में से 579 शॉट्स के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर गोल्ड जीता था. अनीश ने जो कामयाबी हासिल की हैं , उससे देश में युवा शूटरों का हौसला बढ़ेगा. इस खेल में कई और खिलाड़ी निकल कर सामने आएंगे.