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कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का पांचवां दिन (2 अगस्त) भारत के लिए बेहतर रहा. टीम इंडिया के खाते में इस दिन दो गोल्ड मेडल और दो सिल्वर मेडल आए. कई रिकॉर्ड बने, खिलाड़ियों ने नाम रोशन किया जबकि कुछ प्लेयर्स मेडल से चूक भी गए. टीम इंडिया के मेडल्स की संख्या अब कुल 13 हो गई है, इनमें पांच गोल्ड मेडल हैं.
जबकि 5 सिल्वर मेडल और 3 ब्रॉन्ज़ मेडल शामिल हैं. इनमें से चार मेडल दो अगस्त को ही आए हैं, जो टेबिल टेनिस, लॉन बॉल्स, बैडमिंटन और वेटलिफ्टिंग में मिले हैं. भारत अभी रैंकिंग में कहां है और किस-किसने मेडल जीता है, जानिए..
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत के पदक विजेता (2 अगस्त 2022 तक)
1. संकेत महादेव- सिल्वर मेडल (वेटलिफ्टिंग 55 KG)
2. गुरुराजा- ब्रॉन्ज मेडल (वेटलिफ्टिंग 61 KG)
3. मीराबाई चनू- गोल्ड मेडल (वेटलिफ्टिंग 49 KG)
4. बिंदियारानी देवी- सिल्वर मेडल (वेटलिफ्टिंग 55 KG)
5. जेरेमी लालरिनुंगा- गोल्ड मेडल (वेटलिफ्टिंग 67 KG)
6. अचिंता शेउली- गोल्ड मेडल (वेटलिफ्टिंग 73 KG)
7. सुशीला देवी- सिल्वर मेडल (जूडो 48 KG)
8. विजय कुमार यादव- ब्रॉन्ज मेडल (जूडो 60 KG)
9. हरजिंदर कौर- ब्रॉन्ज मेडल (वेटलिफ्टिंग 71 KG)
10. वूमेन्स टीम- गोल्ड मेडल (लॉन बॉल्स)
11. पुरुष टीम- गोल्ड मेडल (टेबल टेनिस)
12. विकास ठाकुर- सिल्वर मेडल (वेटलिफ्टिंग 96 KG)
13. मिक्स्ड बैडमिंटन टीम- सिल्वर मेडल
अगर मेडल टैली की बात करें तो भारत अभी छठे नंबर पर ही है. भारत के कुल 13 मेडल हैं, जिनमें से 5 गोल्ड मेडल हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की मेडल टैली में अभी ऑस्ट्रेलिया 101 मेडल के साथ पहले नंबर पर है, जिसने 40 गोल्ड जीते हैं. उसके बाद इंग्लैंड और न्यूजीलैंड का नंबर आता है.
महिलाओं ने रच दिया इतिहास...
भारत के लिए सबसे बड़ी लॉन बॉल्स में गोल्ड मेडल मिलना है. अभी तक के इतिहास में टीम इंडिया को कभी इस इवेंट में कोई मेडल नहीं मिला था. लेकिन मंगलवार को महिला टीम ने कमाल किया और फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 17-10 से मात देकर गोल्ड मेडल जीत लिया. जिस खेल को भारत में अधिकतर लोग जानते भी नहीं, उसमें म लवली चौबे, रूपा रानी टिर्की, पिंकी और नयनमोनी साकिया ने स्वर्ण पदक जीत इतिहास रच दिया.
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टेबल टेनिस में फिर मिला सोना
पुरुष टेबल टेनिस टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया. फाइनल मुकाबले में भारत ने सिंगापुर को 3-1 से मात दी. भारत की ओर से हरमीत देसाई और जी साथियान ने डबल्स मैच में जीत दर्ज कर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई. मैच बीच में फंसा भी था, लेकिन टीम इंडिया ने दमदार वापसी की और अंत में जीत हासिल करते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया.
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बैडमिंटन और वेटलिफ्टिंग में सिल्वर
बैडमिंटन के मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत ने सिल्वर मेडल हासिल किया है. फाइनल मैच में भारत को मलेशिया ने 3-1 से हरा दिया. भारत की ओर से पीवी सिंधु ही अपना मुकाबला जीत सकीं.
विकास ठाकुर ने 96 किलो भारवर्ग में भारत के लिए सिल्वर मेडल हासिल किया. विकास ठाकुर ने स्नैच में 155 और क्लीन एंड जर्क में 191 किलो का वजन उठाया. यानी कि विकास कुल 346 किलो वजन उठाने में सफल रहे. समोआ के डॉन ओपेलॉग ने गेम्स रिकॉर्ड बनाते हुए इस इवेंट का गोल्ड मेडल अपने नाम किया. उन्होंने स्नैच में 171 और क्लीन एंड जर्क में 210 किलो किलो भार उठाया.
कौन-कौन चूक गया ?
ऐसा नहीं कि भारत को पांचवें दिन सफलताएं ही मिलीं, यहां कई बड़े नामों के हाथ में निराशा भी हाथ लगी. 76 किग्रा. कैटेगिरी के वेटलिफ्टिंग मुकाबले में टीम इंडिया की मज़बूत दावेदार पूनम यादव मेडल से चूक गईं. स्नैच राउंड में उन्हें अच्छी शुरुआत मिली थी लेकिन क्लीन एंड जर्क राउंड में वह तीनों प्रयास में फेल साबित हुईं और मेडल हाथ से निकल गया.
महिला हॉकी टीम को भी इस दिन निराशा हाथ लगी और भारत को 1-3 से मैच गंवाना पड़ा. टीम इंडिया की तरफ से इस मैच में वंदना यादव ने आखिरी क्वार्टर में एक गोल दागा, लेकिन तबतक काफी देर हो चुकी थी और मैच भारत हार चुका था.
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अगर स्क्वॉश की बात करें तो वर्ल्ड नंबर 15 सौरव घोषाल को न्यूजीलैंड के सामने हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि, अभी उनके पास ब्रॉन्ज़ मेडल जीतने का मौका होगा.
भारत की स्टार स्प्रिंटर दुती चंद कॉमनवेल्थ गेम्स के 100 मीटर इवेंट के फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं. 26 साल की दुती चंद चौथे नंबर पर आईं और उन्होंने इस 11.55 सेकंड में पूरा किया. यहां भारत का मेडल का सपना टूट गया. दुती चंद ऐसे खिलाड़ियों में से थीं, जिनसे भारत को मेडल की उम्मीद थीं.