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Commonwealth Games 2022: कौन हैं सिल्वर जीतने वाले अविनाश साबले? जिनके पीएम नरेंद्र मोदी भी हुए फैन

बर्मिंघम में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे है. शनिवार को अविनाश साबले ने दमदार खेल दिखाते हुए 3000 मीटर की स्टीपलचेल में भारत के लिए सिल्वर मेडल हासिल किया. 27 साल के अविनाश साबले की इस अद्भुत उपलब्धि से पीएम नरेंद्र मोदी भी काफी प्रभावित दिखे.

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अविनाश साबले
अविनाश साबले
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अविनाश साबले ने जीता सिल्वर मेडल
  • पीएम मोदी ने की अविनाश की तारीफ

बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है. एथलेटिक्स में अविनाश साबले ने शुक्रवार पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में देश के लिए रजत पदक जीता. साबले ने 8 मिनट एवं 11.20 सेकेंड में यह उपलब्धि हासिल की. अविनाश का यह पर्सनल बेस्ट तो है ही, साथ-साथ यह राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है. अविनाश साबले की उपलब्धि पर पीएम नरेंद्र मोदी भी गदगद दिखाई दिए.

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पीएम मोदी ने बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेल में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में रजत पदक जीतने पर अविनाश साबले को बधाई दी. साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अविनाश साबले के साथ अपनी हालिया बातचीत का वीडियो भी साझा किया जिसमें इस एथलीट ने सेना के साथ अविनाश साबले के जुड़ाव के बारे में चर्चा की है.

नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'अविनाश साबले एक बेहतरीन युवा खिलाड़ी हैं. मैं काफी प्रसन्न हूं कि उन्होंने पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में रजत पदक जीता है. मैं अपनी हालिया बातचीत को साझा कर रहा हूं जिसमें उन्होंने सेना के साथ अपने जुड़ाव के बारे में चर्चा की है. अविनाश ने यह बताया है कि आखिरकार किस तरह से उन्होंने अनगिनत बाधाओं को पार किया. उनकी जीवन यात्रा अत्यंत प्रेरणादायक है.'

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आर्मी में कार्यरत हैं अविनाश

महाराष्ट्र के रहने वाले अविनाश साबले सेना में भर्ती होकर अपने देश की सेवा करने चाहते थे और वह इसमें सफल भी हुए. 12वीं पास करने के बाद अविनाश साबले 5 महार रेजिमेंट का हिस्सा बने. फिलहाल अविनाश साबले की रैंक नायब सूबेदार है. अपनी सर्विस के दौरान अविनाश की पोस्टिंग सियाचिन और रेगिस्तानी इलाकों में रहीं. आर्मी में रहने के ही दौरान ही उन्हें एथलेटिक्स इवेंट में खेलने का मौका मिला.

ऐसे बन गए स्टीपलचेजर

उनके टैलेंट को देखते हुए साल 2017 में उनके सेना के कोच ने उन्हें स्टीपलचेज में दौड़ने की सलाह दी. इस तरह अविनाश साबले के स्टीपलचेज करियर की शुरुआत हुई.भुवनेश्वर में आयोजित 2018 ओपन नेशनल में साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज में 8: 29.88 का समय निकाला और 30 साल के नेशनल रिकॉर्ड को 0.12 सेकेंड से तोड़ दिया. बाद में साबले ने पटियाला में आयोजित 2019 फेडरेशन कप में 8.28.89 का समय निकाला और फिर अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा.


 

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