महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर लंबे वक्त से बड़ी स्टेज पर अपना हुनर दिखाने को बेताब हैं. इंडियन प्रीमियर लीग, रणजी ट्रॉफी में वेटिंग लिस्ट में रहने के बाद अर्जुन तेंदुलकर ने अब एक बड़ा फैसला किया है. वह अब मुंबई नहीं बल्कि गोवा की टीम की ओर से खेलते हुए दिखाई देंगे.
अर्जुन तेंदुलकर की ओर से मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से एक एनओसी की मांग की गई है, जिसके बाद वह अपना ट्रांसफर करवाना चाहते हैं. अगर ऐसा होता है तो आने वाले रणजी सीजन में अर्जुन तेंदुलकर गोवा की ओर से खेलते हुए दिखाई देंगे.
22 साल के अर्जुन तेंदुलकर को पिछले सीजन में मुंबई की सीनियर टीम ने रणजी ट्रॉफी के लिए चुना था. लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला, मुंबई में एक से बढ़कर एक प्लेयर हैं ऐसे में युवा अर्जुन को मौका मिलना मुश्किल हो रहा है.
गोवा क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से बयान दिया गया है कि एक बार अर्जुन तेंदुलकर को एनओसी मिल जाती है, तो उनका फिटनेस टेस्ट होगा. पास होने पर उन्हें गोवा की ओर से खेलने की इजाजत मिल सकती है.
लेकिन क्या अर्जुन तेंदुलकर के लिए यह फैसला सही साबित होगा? अर्जुन तेंदुलकर दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं, ऐसे में उनपर नाम का ही दबाव काफी ज्यादा होता है. हर कोई उनसे दमदार प्रदर्शन की उम्मीद रखता है, लेकिन साथ ही ऐसा भी प्रदर्शित नहीं हो सकता है कि सिर्फ सचिन के बेटा होने की वजह से उनका चयन हो रहा है.
यही कारण है कि मुंबई से अलग हटकर अर्जुन अगर गोवा की ओर से खेलते हैं, तो उनके पास अपनी पहचान बनाने का मौका होगा. रणजी ट्रॉफी से अलग इंडियन प्रीमियर लीग में भी अर्जुन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं, हालांकि दो सीजन से वह अपने डेब्यू का ही इंतज़ार कर रहे हैं.
ऐसे में इस पर भी निगाहें होंगी कि क्या रणजी ट्रॉफी वाला फॉर्मूला अर्जुन आईपीएल में भी अपनाएंगे और मुंबई इंडियंस को छोड़ने का फैसला लेंगे. क्योंकि मुंबई इंडियंस में कई बार उनके डेब्यू की हलचल तेज़ हुई लेकिन हर बार इंतज़ार लंबा हुआ.