पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच सोमवार से लाहौर में खेला जाना है. पहले दो मुकाबले ड्रॉ पर छूटने के बाद यह आखिरी मुकाबले निर्णायक बन गया है. इस तीसरे मुकाबले के भी रोमांचक होने की उम्मीद की जा रही है. गौरतलब है कि कराची में आयोजित दूसरे टेस्ट में बाबर आजम के रिकॉर्ड 196 रनोंं की पारी की बदौलत पाकिस्तान ने मुकाबला ड्रॉ करवा लिया था.
क्रिकेट इतिहास में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दिलचस्प मुकाबले होते आए हैं. साथ ही, दोनों देशों के खिलाड़ियों के बीच रोचक जंग भी देखने को मिलता रहा है. आज ही के दिन (20 मार्च) दोनों देशों के बीच ऐसा ही एक मुकाबला 2015 वर्ल्ड कप में खेला गया था, जहां वहाब रियाज और शेन वॉटसन के बीच बैट-बॉल के साथ ही जुबानी जंग भी देखी गई थी.
एडिलेड में खेले गए उस क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान की पारी लड़खड़ा गई थी. जब 158 रनों के स्कोर पर शाहिद आफरीदी आउट होकर पवेलियन लौटे, तो वहाब रियाज बैटिंग करने के लिए आए. तत्कालीन कप्तान माइकल क्लार्क ने मिशेल स्टार्क को गेंदबाजी मोर्चे पर लगाया.स्टार्क उस वर्ल्ड कप में शानदार फॉर्म में थे और उन्होंने उम्मीदों के मुताबिक रियाज को शॉर्ट बॉल पर परेशान करना शुरू कर दिया.
ऐसे में अपनी आदतों के अनुरूप निकटम फील्डर्स रियाज को स्लेज करने की कोशिश करते रहे. शेन वॉटसन इसमें कहां पीछे रहने वाले थे और उन्होंने स्लिप से आकर रियाज से कहा, 'क्या तुमने बैट पकड़ा भी है? रियाज को यह बात दिल में बैठ गई और उन्होंने गेंद से इसका बदला लेने की ठान ली. रियाज (16) उस पारी में मिचेल स्टार्क की गेंद पर ब्रैड हेडन का शिकार बने थे.
214 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 59 रनों पर तीन विकेट गंवा दिए थे. वहाब रियाज ने डेविड वॉर्नर और माइकल क्लार्क को अपना शिकार बनाया, वहीं एरॉन फिंच तेज गेंदबाज सोहेल खान का शिकार बने. ऐसे में कप्तान क्लार्क के आउट होने के बाद शेन वॉटसन क्रीज पर उतरे. रियाज ने लगभग 150 की रफ्तार से गेंद फेंकनी शुरू कर दी. वॉटसन इन खतरनाक गेंदों के सामने असहज दिखाई दे रहे थे.
रियाज शॉर्ट गेंदों पर वॉटसन को परेशान कर रहे थे फिर उनके सामने जाकर ताली बजाने लगे. हालांकि, इन सबके बावजूद वॉटसन ने अपना विकेट नहीं खोया था. वॉटसन उस पारी में 64 रनों पर नाबाद लौटे थे. उन्होंने इस दौरान 66 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और एक छक्का लगाया. ऑस्ट्रेलियाई टीम उस मुकाबले को छह विकेट से जीतने में सफल रही थी.
इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सेमीफाइनल मुकाबले में भारत को मात देकर भारतीय फैन्स की उम्मीदें तोड़ दी थीं. फिर फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को हराकर पांचवीं बार वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया था. उस वर्ल्डकप के जरिए मिचेल स्टार्क, स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ी स्टार बनकर उभरे थे.