साल 2021 बीत चुका है और कई मायनों मनी ये क्रन्तिकारी साल रहा है. मार्च 2020 में लगे ऐतिहासिक लॉकडाउन के बाद क्रिकेट ने ख़ुद को नयी शक्ल में पाया. कोरोना वायरस के ख़तरे के बीच क्रिकेट शुरू हुआ और 2021 में इक्का-दुक्का मौकों (पीएसएल, आईपीएल) को छोड़ दें तो बगैर रुके चलता भी रहा. इस दौरान बीते एक साल में क्रिकेट के खेल में कई कारनामे हुए. जानते हैं उन मौकों के बारे में जो हमें हाईलाइट करने योग्य मालूम दिये...
1. जब टूटा गाबा का घमंड
क्रिकेट के खेल के दौरान कमेंट्री बॉक्स से कहे गए कितने ही ऐसे वाक्य हैं जो अपने आप में पूरी कहानी समेटे होते हैं. मसलन, शारजाह में टोनी ग्रेग का कहना - 'They're dancing in the aisles of Sharjah...' या 2007 टी-20 विश्व कप फ़ाइनल में रवि शास्त्री का कहना - 'In the air... Sreesanth... takes it...'. पीटर सिडल की जन्मदिन पर ली गयी हैट्रिक हो, या सचिन के 200 रनों पर रवि शास्त्री की कमेंट्री, वो शब्द सुनते ही आंखों के सामने एक कहानी आ जाती है. इस फ़ेहरिस्त में जो नाम जुड़ा है वो है विवेक राजदान का. 19 जनवरी को जॉश हेज़लवुड की गेंद पर ऋषभ पन्त के लॉन्ग-ऑफ़ बाउंड्री पर मारे चौके के साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी पर अपना नाम लिख लिया था. और इस चौके के साथ ही हवा में मुक्का मारते ऋषभ पन्त की तस्वीर जब टीवी पर हमने देखी तो विवेक राजदान कहते हुए सुने गए, 'टूटा है गाबा घमंड... बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी जायेगी गावस्कर के देश....'
असल में सीरीज़ के तीसरे टेस्ट मैच में अश्विन के क्रीज़ पर रहने के दौरान ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और विकेटकीपर ने अश्विन से कहा था - 'Can't wait to get you to the Gabba Ash!' कप्तान ने ये बात चेतावनी के रूप में कही थी लेकिन उन्हें ये दांव उल्टा पड़ गया. ब्रिस्बेन क्रिकेट ग्राउंड, जिसे गाबा कहा जाता है, भारत की ऐतिहासिक जीत का गवाह बना और उस मैदान पर 32 सालों में ऑस्ट्रेलिया को एक भी टेस्ट मैच में हार का सामना नहीं करना पड़ा था.
आधी चोटिल हो चुकी टीम के साथ, लगभग बी-टीम के खिलाड़ियों वाली टीम के साथ, भारत ने जिस परिस्थिति में ऑस्ट्रेलिया के किले में सेंध लगायी थी, भारतीय क्रिकेट पर उसका असर पूरे साल देखने को मिला. इंग्लैण्ड में जाकर भी भारतीय टीम ने लॉर्ड्स और ओवल में जीत दर्ज की.
2. एजाज़ पटेल की फ़ुल मॉन्टी
इस कारनामे में भी भारत शामिल था. यहां तक कि जो खिलाड़ी चमका वो भारत में ही जन्मा था लेकिन न्यूज़ीलैंड के लिये खेल रहा था. मुंबई में खेले गए सीरीज़ के दूसरे टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड के स्पिनर एजाज़ पटेल ने एक पारी में सभी 10 विकेट लिये. 2 हज़ार 438 मैचों के इतिहास में जिम लेकर (1956) और अनिल कुम्बले (1999) के बाद ऐसा करने वाले वो तीसरे खिलाड़ी बने. हालांकि एजाज़ का ये कारनामा न्यूज़ीलैंड के कुछ ख़ास काम नहीं आया और भारत ने ये मैच 372 रनों के बड़े अंतर से जीता.
एजाज़ पटेल का जन्म मुंबई में ही हुआ था और 1996 में उनका परिवार देश से बाहर चला गया था. एक पारी में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा करने वाले एजाज़ अपने 11वें मैच में खेल रहे थे. अपने पहले ही मैच में 7 विकेट लेने वाले एजाज़ पटेल ने मुंबई के इस मैच में कुल 14 विकेट लिये. लेकिन एक अचरज भरी बात तब हुई जब न्यूज़ीलैंड की अगली टेस्ट सीरीज़ के लिये एजाज़ पटेल का सेलेक्शन ही नहीं हुआ. ये चकित करने वाली बात इसलिये भी थी क्यूंकि सीरीज़ उपमहाद्वीप में ही (बांग्लादेश में) होनी तय हुई थी.
3. आख़िरकार न्यूज़ीलैंड ने लॉर्ड्स में उठायी एक आईसीसी ट्रॉफ़ी
2019 में बाउंड्री की संख्या के आधार पर विश्व कप का फ़ाइनल मैच हारने वाली न्यूज़ीलैंड की टीम उसी मैदान पर एक और आईसीसी इवेंट के फ़ाइनल में थी. इससे पहले 2015 का विश्व कप का फ़ाइनल भी न्यूज़ीलैंड के हाथ से निकल गया था. इस बार मौका था वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का और न्यूज़ीलैंड के सामने थी भारतीय टीम.
न्यूज़ीलैंड ने मैच के पूरे दौरान पकड़ बनाये रखी और कभी भी भारतीय टीम को हावी होने नहीं दिया. आख़िरी दिन मुश्किल विकेट और परिस्थिति में टार्गेट चेज़ करने के लिये उतरी न्यूज़ीलैंड की टीम को अश्विन ने शुरुआती झटके देते हुए दोनों ओपनर्स को वापस भेजा. लेकिन फिर पुराने सिपहसलारों रॉस टेलर और केन विलियमसन ने मोर्चा संभाला 28.3ओवरों में 96 रनों की पार्टनरशिप की. इससे पहले काइल जेमीसन ने भारतीय बल्लेबाज़ी की रेल बना दी और इसमें उन्हें अपने ऊंचे कद का ख़ूब फ़ायदा मिला.
न्यूज़ीलैंड ने अपने घर में इस जीत का हफ़्ते भर लम्बा जश्न मनाया और चैम्पियनशिप की सूचक उस गदा ने पूरे देश का दौरा किया.
4. अर्श से फ़र्श पर - अकीला धनंजय
मार्च में एंटिगा में खेले गए सीरीज़ के पहले टी-20 मैच में श्रीलंका ने बैटिंग करते हुए 131 रन बनाये. मैच कुछ नीरस मालूम पड़ रहा था लेकिन फिर वेस्ट इंडीज़ की बल्लेबाज़ी के दौरान चौथे ओवर में अकीला धनंजय ने एविन लेविस, क्रिस गेल और निकोलस पूरन को एक के बाद एक आउट किया और हैट्रिक पूरी की. छोटे स्कोर का मैच अब थोड़ा टाइट स्थिति में पहुंचता दिख रहा था.
इसके बाद छठे ओवर के लिये एक बार फिर अकीला धनंजय को लाया गया. इस बीच लेंडल सिमंस के आउट होने के बाद वेस्ट इंडीज़ के कुल 4 विकेट गिर चुके थे और मामला गंभीर हो चुका था. लेकिन छठे ओवर में जो हुआ उसने एक बार फिर मैच की तस्वीर पलट के रख दी.
कीरोन पोलार्ड ने कुछ 10 मिनट पहले हैट्रिक ले चुके अकीला धनंजय को ओवर की हर गेंद पर छक्का मारा. धनंजय के उस ओवर में कुल 36 रन आये और टी-20 मैचों में पोलार्ड ने युवराज सिंह की बराबरी कर डाली. 5 ओवर के बाद जहां वेस्ट इंडीज़ की टीम 62 रन पर ही, वहीं अब 6 ओवर के बाद उसका स्कोर था 98 रन. जीतने के लिये मात्र 34 रन और चाहिये थे जो आहिस्ते-आहिस्ते खेलते हुए 14वें ओवर में बना लिये गए. पोलार्ड ने 11 गेंदों में 38 रन बनाये.
अकीला ने पहले एक ओवर में हैट्रिक लेकर जहां श्रीलंका को लो स्कोरिंग मैच में अचानक ही एक मज़बूत स्थिति में पहुंचाया, वहीं उनके अगले ओवर में पोलार्ड ने एक के बाद एक 6 छक्के मारकर मैच वापस अपने हाथों में ले लिया.
5. काइल मेयर्स का जानदार डेब्यू
टेस्ट मैच के आख़िरी दिन अगर कोई टीम 395 रनों का पीछा कर ले जाए, तो ये वाकई अचरज वाली बात होती है. वेस्ट इंडीज़ ने ऐसा कर दिखाया. और इस काम में सबसे बड़ी भूमिका निभायी अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे काइल मेयर्स ने. ये टेस्ट क्रिकेट की पांचवे नंबर की सबसे बड़ी चेज़ थी.
अपना पहले मैच खेल रहे मेयर्स ने कुल 210 रन बनाये और इस दौरान उन्होंने 20 चौके और 7 छक्के मारे. ढाई ओवर रहते ये मैच वेस्ट इंडीज़ की जेब में आ चुका था. मेयर्स पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिसने अपने पहले मैच की चौथी पारी में डबल सेंचुरी मारी थी.
काइल मेयर्स ने निकरुमाह बॉनर के साथ मिलकर 216 रनों की पार्टनरशिप की थी. निकरुमाह भी अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे थे. और इस तरह से ये टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में डेब्यू कर रहे दो खिलादियों के बीच दूसरी सबसे बड़ी पार्टनरशिप बनी.
6. शिखा पांडे की 'रिपर'
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ अक्टूबर में हुई टी-20 सीरीज़ के दूसरे मैच में भारतीय गेंदबाज़ शिखा पांडे ने विकेटकीपर बल्लेबाज़ एलिसा हीली को ऐसी कड़क गेंद फेंकी की दुनिया देखती रह गयी. लेंथ से थोड़ा पीछे फेंकी गयी गेंद टप्पा खाने के बाद इतनी मूव कर गयी कि अच्छे-अच्छे ऑफ़ स्पिनर भी शर्म से लाल हो जायें.
शिखा पांडे की ये डिलीवरी सोशल मीडिया पर सेंसेशन बन गयी. और उसमें बहुत बड़ा हाथ शिखा के जोश से भरे सेलिब्रेशन का भी था. भारतीय टीम ने वन-डे सीरीज़ गंवाने के बाद टेस्ट ड्रॉ कराया था. टी-20 सीरीज़ जीतने के मकसद से उतरी भारतीय टीम पहले मैच में बेहद सही स्थिति में दिख रही थी लेकिन बारिश की वजह से मैच पूरा नहीं हुआ. ऐसे में टूर पर एक सीरीज़ जीतने के लिये बचे 2 टी-20 मैच जीतने थे. और यहीं 119 का सतही स्कोर बचाने उतरी टीम को शिखा पांडे ने शानदार शुरुआत दी. पारी की दूसरी ही गेंद पर उन्होंने एलिसा हीली को जिस तरह से आउट किया और फिर जैसे जश्न मनाया, भारतीय टीम की स्पिरिट किसी और ही लेवल पर दिख रही थी. लेकिन छोटा टार्गेट भारत की सबसे बड़ी कमी रही और ऑस्ट्रेलिया की टीम आख़िरी ओवर में ये मैच निकाल ले गयी. भारत ये सीरीज़ 2-0 से हारा.
मगर इस पूरे टूर का हासिल रही शिखा पांडे की ये गेंद. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के हैंडल से ट्वीट किये गए इसके वीडियो को लगभग 20 लाख बार देखा जा चुका है.
Unreeeeeeal! 😱 How far did that ball move? #AUSvIND pic.twitter.com/D3g7jqRXWK
— cricket.com.au (@cricketcomau) October 9, 2021
7. पहली बार ऑस्ट्रेलिया बना टी-20 चैम्पियन
2007 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट की बेहद मज़बूत टीम होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक इसकी सबसे बड़ी ट्रॉफ़ी नहीं जीती थी. 2021 में ये तस्वीर भी बदल गयी. न्यूज़ीलैंड की टीम एक ही साल में दूसरी बार किसी आईसीसी इवेंट फ़ाइनल में थी. टेस्ट चैम्पियनशिप जीतने वाली टीम टी-20 में भी सबसे आगे खड़ी दिख रही थी. लेकिन ऑस्ट्रेलिया बीस साबित हुई. डेविड वॉर्नर और शॉन मार्श की जोड़ी ने केन विलियमसन की दिलेरी से भरी 48 गेंदों में 85 रनों की पारी को बेअसर साबित कर दिया.
इससे पहले 2010 में UK में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया फ़ाइनल में पहुंचा था लेकिन वहां इंग्लैण्ड ने उसे हराया था. अपने सातवें प्रयास में ऑस्ट्रेलिया को ये सफ़लता हाथ लगी.