बिहार की राजनीति में एक बार फिर बदलाव आया है. नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड ने एनडीए छोड़ने कर महागठबंधन के साथ नई सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश के नए फैसले से राजद नेता तेजस्वी यादव की लॉटरी लग गई है. तेजस्वी यादव बुधवार (10 अगस्त) को उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. तेजस्वी यादव पहले भी बिहार के उप-मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
तेजस्वी यादव का क्रिकेट से भी खास नाता रहा है और राजनीतिक पारी खेलने से पहले इस खेल में भी हाथ आजमा चुके थे. 9 नवंबर 1989 को पटना में जन्मे तेजस्वी महज 11 साल की उम्र में सीनियर कोच एमपी सिंह के पास क्रिकेट प्रशिक्षण के लिए पहुंचे थे. कोच सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'तेजस्वी अपने सुरक्षा गार्डों को खेल के मैदान से दूर रहने के लिए कहते थे, ताकि दूसरे लड़कों का ध्यान भंग न हो.'
मथुरा रोड में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ने के दौरान लंबे बालों वाले तेजस्वी बाकी बच्चों से कुछ अलग दिखते थे. माना जा रहा था कि तेजस्वी क्रिकेट में कुछ बड़ा कर जाएंगे, लेकिन उनकी यह चाहत लगभग अधूरी रही.
तेजस्वी केवल एक फर्स्ट क्लास मैच खेलने में कामयाब रहे. उन्होंने यह मैच साल 2009 में झारखंड के लिए खेला. रांची में रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग में विदर्भ के खिलाफ अपनी डेब्यू पारी में सिर्फ 1 रन बना पाए और एलबीडब्ल्यू हो गए. गेंदबाजी करते हुए विदर्भ की पहली पारी में उन्होंने 5 ओवरों में 17 रन दिए, पर विकेट नहीं मिला. दूसरी पारी में तेजस्वी ने 19 रन बनाए थे.
तेजस्वी यादव ने दो लिस्ट-ए और चार टी-20 मुकाबले भी खेले हैं. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका उच्च स्कोर 19, लिस्ट ए में 9 और टी20 में 3 रन रहा. इस दौरान उनके खाते में एक विकेट जरूर आया, जिसे उन्होंने लिस्ट ए क्रिकेट में हासिल किया था.
आईपीएल (IPL) की बात करें, तो तेजस्वी यादव चार सीजन (2008-12) तक दिल्ली डेयरडेयविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) टीम में रहे, लेकिन उन्हें कभी भी प्लेइंग इलेवन में चांस नहीं मिला. तेजस्वी मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में स्विंग कराने की क्षमता रखते थे.
आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम की तरफ से न खेल पाने के सवाल पर तेजस्वी के पिता एवं आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने एक बार कहा था कि कम से कम उनके बेटे को खिलाड़ियों को पानी पिलाने का मौका तो मिला.