दिल्ली ने उम्दा गेंदबाजी, चपल क्षेत्ररक्षण और आकषर्क बल्लेबाजी का खूबसूरत नजारा पेश करके पांचवें इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें मैच में आज यहां पिछले चैंपियन चेन्नई को 40 गेंद शेष रहते हुए आठ विकेट से करारी शिकस्त दी.
शाम को तेज आंधी के साथ आयी बारिश के कारण मैच आधा घंटा देरी से शुरू हुआ लेकिन इसके बाद फिरोजशाह कोटला पर केवल डेयरडेविल्स रूपी आंधी ही दिखायी दी जिसके आगे सुपरकिंग्स नहीं टिक पाये. टास से लेकर बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण हर विभाग में डेयरडेविल्स के खिलाड़ी छाये रहे.
वीरेंद्र सहवाग ने टास जीतकर चेन्नई को बल्लेबाजी का न्यौता दिया जिसके चार बल्लेबाज बेवजह रन आउट हुए. उसके छह बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे लेकिन केवल ड्वेन ब्रावो (31 गेंद पर 22 रन) ही 20 रन पार पहुंच पाये.
चेन्नई आठ विकेट पर सिर्फ 110 रन बना पाया. डेयरडेविल्स की तरफ से मोर्ने मोर्कल सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 20 रन देकर दो विकेट लिये. दिल्ली की तीन मैच में यह दूसरी जीत है.
आज के प्रदर्शन को देखकर लगता है कि उसकी टीम जरूरी लय हासिल करके पिछले साल के खराब प्रदर्शन का दाग धो सकती है. तब डेयरडेविल्स आखिर स्थान पर रहे थे. धीमी शुरुआत करने वाले चेन्नई को तीसरे मैच में दूसरी हार का सामना करना पड़ा है.
चेन्नई के ठीक विपरीत दिल्ली की शुरुआत आकषर्क रही. नमन ओझा (12 गेंद पर 14 रन) ने एल्बी मोर्कल की पहली तीन गेंद को सीमा रेखा के दर्शन कराये जबकि सहवाग ने भी अगले ओवर में डग बोलिंजर पर चौका जड़कर अपना खाता खोला.
सहवाग के निशाने पर भी हालांकि एल्बी मोर्कल ही थे. उन्होंने इस दक्षिण अफ्रीकी पर चौका लगाने के बाद अगली गेंद एक्स्ट्रा कवर पर छह रन के लिये भेजी.