ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ऐतिहासिक एशेज टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला जा रहा है. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में खेले जा रहे मुकाबले के तीसरे दिन शुक्रवार को पूरा मैदान जेन मैक्ग्रा की याद में गुलाबी रंग से सराबोर हो गया. परंपरा के अनुसार प्रत्येक साल एससीजी में खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन को 'जेन मैक्ग्रा दिवस' के रूप में मनाया जाता है.
पिछले साल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच भी इस मैदान पर खेले गए मुकाबले के तीसरे दिन यह दिवस मनाया गया था. वह मुकाबला भारतीय फैंस के जेहन में सदा के लिए बस चुका है, जहां हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने आखिरी दिन जुझारू प्रदर्शन कर भारत को हार से बचा लिया था. इस साल एससीजी 14वां जेन मैक्ग्रा डे मना रहा है, जिसके तहत मैक्ग्रा फाउंडेशन के लिए धन जुटाया जाना है.
पिंक टेस्ट के तीसरे दिन खिलाड़ी गुलाबी कैप पहनते हैं. इस साल भी ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने पिंक कैप पहनी. खिलाड़ियों के अलावा मैदान पर मौजूद सभी दर्शक भी पिंक ड्रेस में नजर आते हैं. यहां तक कि स्कोर कार्ड, विकेट्स और एडवरटाइजिंग बोर्ड भी गुलाबी रंगों से सराबोर रहता है.
मैक्ग्रा फाउंडेशन का उद्देश्य युवा लड़कियों में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इससे प्रभावित रोगियों को सहायता प्रदान करने के लिए धन जुटाना है. इस फाउंडेशन की शुरुआत क्रिकेटर ग्लेन मैक्ग्रा की पत्नी जेन मैक्ग्रा ने की थी, जो कई सालों तक ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित रहीं और फिर इसी वजह से उनकी मौत हो गई थी.
इंग्लैंड में जन्मीं जेन मैक्ग्रा ने काफी समय तक वर्जिन अटलांटिक एयरलाइंस में फ्लाइट अटेंडेंट के रूप में काम किया था. साल उन्होंने 1999 में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लेन मैक्ग्रा से शादी की थी. जेन जल्द ही ऑस्ट्रेलिया की नागरिक बन गई और ब्रेस्ट कैंसर के बारे जागरूकता फैलाने और इस बीमारी से प्रभावित रोगियों की मदद के लिए अपने पति के साथ मिलकर 2005 में मैक्ग्रा फाउंडेशन की स्थापना की.
जेन मैक्ग्रा को पहली बार 1997 में ब्रेस्ट कैंसर का पता चला था और वह इससे लड़ने में सफल रहीं. लेकिन दूसरी बार कैंसर सामने आने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. साल 2008 में 42 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था.जिस मैक्ग्रा फाउंडेशन को जेन ने अपने पति ग्लेन मैक्ग्रा के साथ सह-स्थापना की, वह सौ से अधिक नर्सों को रोजगार देने में सक्षम है.
जेन मैक्ग्रा फाउंडेशन पूरी तरह से ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों के साथ काम करती है. इस संस्था ने कई महिलाओं को खतरनाक बीमारी से लड़ने में मदद करने के लिए धन भी जुटाया है. साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया की तत्कालीन प्रधान मंत्री जूलिया गिलार्ड ने इस फाउंडेशन को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार की ओर से को लगभग 18.5 मिलियन डॉलर का दान दिया था.