पूरी दुनिया में आज फादर्स डे (Father's day 2022) मनाया जा रहा है. हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मानाया जाता है. यह दिन पिता और पुत्र के बीच के अनमोल रिश्ते को बयां करता है. इस खास मौके पर जानते हैं उन पिता-पुत्रों की जोड़ी के बारे में , जिन्होंने क्रिकेट के मैदान पर भारत का नाम रोशन किया.
योगराज सिंह और युवराज सिंह: योगराज सिंह ने भारतीय टीम के लिए 1 टेस्ट और 6 एकदिवसीय मैचों में भाग लिया था. युवराज सिंह की बात करें तो उन्होंने 40 टेस्ट, 304 एकदिवसीय और 58 टी20 मैचों में भाग लिया. युवराज 2007 के टी20 वर्ल्ड कप और वनडे विश्व 2011 में विजयी भारतीय टीम का पार्ट रहे.
स्टुअर्ट बिन्नी और रोजर बिन्नी: रोजर बिन्नी को भारत के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है. जब भारत ने 1983 का विश्व कप जीता तो वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी टीम इंडिया का हिस्सा रह चुके हैं और उन्होंने 6 टेस्ट और 14 वनडे खेले. भारत ने अब तक लॉर्ड्स में केवल तीन टेस्ट जीते हैं- 1986, 2014 और 2021 में. रोजर 1986 की टीम का हिस्सा थे जबकि साल 2014 की जीत में स्टुअर्ट टेस्ट टीम में शामिल थे.
लाला अमरनाथ और मोहिंदर अमरनाथ: लाला अमरनाथ भारत के लिए शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी थे. लाला के दो बेटों सुरिंदर और मोहिंदर अमरनाथ ने भारत के लिए क्रिकेट खेला. सुरिंदर भारत के उतना प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाए, लेकि मोहिंदर ने काफी नाम कमाया. मोहिंदर ने 1983 विश्व कप के सेमीफाइनल और फाइनल में भारत को जीत दिलाने में अहम रोल अदा किया था.
वीनू मांकड़ और अशोक मांकड़: भारत के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक वीनू मांकड़ ने भारत के लिए 44 टेस्ट खेले. साल 1956 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पंकज रॉय के साथ वीनू का 413 रन का ओपनिंग स्टैंड 52 साल तक रिकॉर्ड बुक में शामिल रहा. वीनू मांकड़ के बेटे अशोक मांकड़ ने भारत के लिए 22 टेस्ट और 1 वनडे मुकाबला खेला.
संजय मांजरेकर और विजय मांजरेकर: विजय मांजरेकर ने भारत के लिए 55 टेस्ट में 3208 रन बनाए जिसमें 7 शतक और 15 अर्धशतक शामिल रहे. आगे चलकर उनके बेटे संजय मांजरेकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया. संजय ने 37 टेस्ट में 2043 और 74 वनडे मैच में 1994 रन बनाए.
सुनील गावस्कर और रोहन गावस्कर: महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर 10,000 टेस्ट रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज थे. हालांकि, उनके बेटे रोहन गावस्कर कुछ ज्यादा कमाल नहीं कर पाए. रोहन गावस्कर ने भारत के लिए 11 एकदिवसीय मैच खेले. रोहन और सनी दोनों अब कमेंट्री को पेशा बना चुके हैं.