ऑस्ट्रेलिया के घातक तेज गेंदबाजों का डटकर सामना करते हुए सिडनी में ऐतिहासिक टेस्ट ड्रॉ कराने वाले टीम इंडिया के बल्लेबाज हनुमा विहारी ने अपनी मैराथन पारी को लेकर बड़ा खुलासा किया है.
सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच की चौथी पारी में हनुमा विहारी ने चोटिल होने के बावजूद 161 गेंदों में 23 रन बनाए. दरअसल, हनुमा विहारी दूसरी पारी में बैटिंग के दौरान चोटिल हो गए थे. वह रन भी नहीं दौड़ पा रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने लंगड़ाते हुए मैच ड्रॉ करा दिया.
हैमस्ट्रिंग इंजरी से जूझ रहे हनुमा विहारी ने 161 गेंदों में नाबाद 23 रनों की पारी खेली. हनुमा विहारी ने ऑस्ट्रेलिया के जीत के मनसूबों पर पानी फेर दिया.
विहारी ने इंडिया टुडे को बताया कि इस पारी के बाद उन्हें महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने एक खास मैसेज दिया था. विहारी ने कहा, 'राहुल द्रविड़ ने मुझे मैसेज किया और कहा बहुत शानदार, आपने बहुत अच्छा काम किया.'
विहारी ने कहा, 'मैं राहुल द्रविड़ का बहुत सम्मान करता हूं. सिराज, सैनी, शुभमन, मयंक यह सभी जो टीम में थे वह इंडिया-ए की तरफ से साथ में क्रिकेट खेल चुके हैं. इसके अलावा, पिछले तीन-चार साल में हमने इंडिया-ए की टीम की तरफ से ऑस्ट्रेलिया का काफी दौरा किया है और राहुल द्रविड़ हमारे कोच रहे थे.'
हनुमा विहारी ने कहा, 'युवा खिलाड़ियों को राहुल द्रविड़ को क्रेडिट देना चाहिए, जब हम उनके नेतृत्व खेलते थे, तो ऐसा लगता था कि वह कोच से ज्यादा हमारे मेंटोर हैं. द्रविड़ हमेशा हमारे साथ खड़े थे, जब भी हमको उनकी जरूरत होती थी.'
हनुमा विहारी ने कहा, 'पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे (2018-19) पर, मैंने द्रविड़ को फोन पर बताया था कि सर मैं डेब्यू कर रहा हूं तो उन्होंने कहा था कि तुमने रणजी और इंडिया-ए में शानदार प्रदर्शन किया है, तुम खेलने के लिए तैयार रहो.'
सिडनी में इस मैच को ड्रॉ कराने में आर अश्विन और हनुमा विहारी ने बड़ा योगदान दिया. हनुमा विहारी और अश्विन ने 256 गेंदों में नाबाद 62 रनों की पार्टनरशिप की थी. हनुमा विहारी ने चोटिल होने के बावजूद 161 गेंदों में 23 रन बनाए.
इसके अलावा आर अश्विन ने 128 गेंदो में 39 रनों की नाबाद पारी खेली. टेस्ट क्रिकेट में चार साल के बाद अश्विन ने एक पारी में 100 से ज्यादा गेंदे खेली हैं. चौथी पारी में भारत को जीत के लिए 407 रनों की जरूरत थी, लेकिन चौथे दिन रोहित शर्मा (52) और शुभमन गिल (31) के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की जीत निश्चित लग रही थी.