भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 45) ने एक बार फिर अपनी नेतृत्व क्षमता का दम दिखाते हुए शुक्रवार को वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (वाका) मैदान पर हुए मैच में वेस्टइंडीज को चार विकेट से मात देकर भारत को विश्व कप क्वार्टर फाइनल में पहुंचा दिया.
वास्तव में भारतीय गेंदबाजों ने शुक्रवार को वाका स्टेडियम में भारत की जीत की नींव रखी. मैन ऑफ द मैच रहे मोहम्मद समी (35/3) की अगुवाई में भारतीय टीम ने कैरेबियाई टीम की पारी 44.2 ओवरों में 182 रनों पर समेट दी थी.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज के सात विकेट एक समय 25 ओवर से पहले ही 85 रनों पर गिर गए थे और ऐसा लगने लगा था कि कैरेबियाई टीम शायद 100 रनों के आस-पास सिमट जाएगी.
इसके बाद लेकिन आठवें विकेट के लिए डारेन सैमी (26) और कप्तान जेसन होल्डर (57) के बीच हुई 39 रनों की साझेदारी ने टीम को इस संकट से उबार लिया.
धीमी शुरुआत के बीच विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल (21) ने रनगति बढ़ाने की कोशिश की और नौवें ओवर की आखिरी गेंद पर एक शॉट हवा में उछाल बैठे. मोहित शर्मा ने उनका कैच लिया. गेल का विकेट समी ने हासिल किया. इसके बाद अगले ही ओवर में भारतीय गेंदबाजों को दिनेश रामदीन (0) का भी विकेट मिल गया. उन्हें उमेश यादव ने बोल्ड किया.
सैमी के पवेलियन लौटने के बाद जेरोम टेलर (11) के साथ होल्डर ने नौवें विकेट के लिए 51 रन जोड़े और टीम को 150 रनों के पार पहुंचाया. होल्डर ने 64 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाए और आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए.
इस जीत के साथ भारत अपने चारों मैच जीतकर आठ अंकों के साथ पूल-बी में शीर्ष पर और मजबूत हो गया.
भारतीय पारी की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही थी. रोहित शर्मा के साथ भारतीय पारी की शुरुआत करने आए शिखर धवन (9) को पांचवें ओवर की पहली गेंद पर जेरोम टेलर ने पवेलियन भेजकर भारत को पहला झटका दे दिया. इस समय टीम की रनसंख्या केवल 11 थी.
रोहित शर्मा मात्र 7 रन पर जेरोम टेलर का शिकार हो गए.
इसके बाद विराट कोहली (33) और अजिंक्य रहाणे (14) ने मिल कर भारतीय पारी को संवारने की कोशिश की और तीसरे विकेट के लिए 43 रन जोड़े.
सुरेश रैना 22 रन बनाकर आउट हुए.
आंद्रे रसेल ने हालांकि 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर कोहली को मार्लोन सैमुअल्स के हाथों कैच करा कर खतरनाक होती इस जोड़ी को तोड़ दिया.
रवींद्र जडेजा मात्र 13 रन बनाकर आंद्रे रसेल की गेंद पर आउट हुए.
भारतीय टीम एक समय 30वें ओवर में 134 के कुल योग पर छह विकेट गंवा चुकी थी, लेकिन उसके बाद धोनी ने रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 16) के साथ सातवें विकेट के लिए नाबाद 51 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिला दी.
इस मैच के साथ धोनी के मुकुट में एक और हीरा जड़ गया और वह विदेशी धरती पर भी भारत के सबसे सफल कप्तान बन गए. धोनी के नेतृत्व में भारत की विदेशी धरती पर यह 59वीं जीत है, जिसे धोनी ने 112वें मैच में हासिल किया.
ओवरआल जीत के मामले में धोनी पहले ही भारत के सबसे सफल कप्तान साबित हो चुके हैं.