जूनियर टीम इंडिया के हर बैच में कुछ बेहतरीन खिलाड़ी निकलते हैं और लगभग हर एक बैच से 4-5 खिलाड़ियों ने टीम इंडिया में अपनी जगह बनाई और अपना एक अलग मुकाम बनाया है. टीम इंडिया शनिवार को जब इंग्लैंड के खिलाफ अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में उतरेगी तब सभी की नजरें कुछ खास खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी होगी.
अंडर-19 प्लेटफॉर्म लगातार सभी टीमों को नए टैलेंट से परिचित करवाता है. भारत के साथ बाकी सभी टीमों के पास भी बेहतर टैलेंट को एक बड़े प्लेटफॉर्म में तराशने का जरिया अंडर-19 विश्व कप है. भारत के साथ-साथ इंग्लैंड के भी कुछ खिलाड़ियों पर सभी की नजरें होंगी.
मौजूदा टीम इंडिया अंडर-19 के कप्तान यश धुल एक ऐसा ही नाम हैं. इन्होंने अपने खेल से कई लोगों को अपना मुरीद बना लिया है. यश धुल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मुकाबले में शानदार 82 रनों की पारी खेली थी. इस मुकाबले के बाद यश धुल कोरोना संक्रमित हो गए थे और बाद में उन्होंने नॉकआउट स्टेज में वापसी की. सेमीफाइनल में उन्होंने शानदार शतक जड़ते हुए 110 रनों की पारी खेल टीम इंडिया को जीत दिलाई.
कप्तान के साथ उपकप्तान शेख रशीद एशिया कप से ही लगातार जूनियर टीम इंडिया के लिए रन बनाते जा रहे हैं. शेख रशीद और कप्तान यश धुल ने मिलकर सेमीफाइनल मुकाबले में 200 रनों से ज्याद की साझेदारी की थी. जिसकी बदौलत टीम इंडिया एक मजबूत टीम के सामने जीत दर्ज कर पाया. शेख रशीद ने सेमीफाइनल में 94 रनों की पारी खेली थी और उनको आगे आने वक्त का स्टार खिलाड़ी माना जा रहा है.
महाराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट खेल चुके राजवर्धन हंगरगेकर भी इस विश्व कप में अपना जलवा बिखेर रहे हैं. राजवर्धन बतौर गेंदबाजी ऑलराउंडर सभी को अपना मुरीद बना चुके हैं. राजवर्धन ने जब भी बल्ले से मौका मिला उन्होंने बड़े शॉट्स खेलकर टीम के अहम रन बटोरे हैं और साथ ही गेंदबाजी में भी वह अभी तक टूर्नामेंट में 5 विकेट हासिल कर चुके हैं. उनका बॉलिंग एक्शन भी एक चर्चा का विषय बना हुआ है.
ओपनर बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी ने इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं, रघुवंशी ने 5 मुकाबलों में 278 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 1 अर्द्धशतक शामिल है. अंगकृष रघुवंशी एक अच्छे टेंपरामेंट के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाते हैं जो इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में टीम के काम आ सकता है.
टीम के लेफ्ट आर्म स्पिनर विकी ओस्टवाल लगातार टीम इंडिया को अहम मौकों पर अपनी गेंदबाजी से सफलता दिला रहे हैं. विकी से फाइनल में भी दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किए प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद रहेगी. विकी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मुकाबले में 5 विकेट और सेमीफाइनल में 3 विकेट हासिल किए थे. विकी इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा 12 विकेट हासिल कर चुके हैं.
इंग्लैंड के लिए जोश बॉयडेन ने सबसे ज्यादा 5 मैचों में 13 विकेट हासिल किए हैं. बॉयडेन नई गेंद से लगातार इंग्लैंड टीम को सफलता दिलाते रहे हैं. ऐसे में टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाजों को इस बांए हाथ के तेज गेंदबाज से बचकर रहने की जरूरत है. बॉयडेन अपनी स्विंग से विरोधी बल्लेबाजों को परेशान करते रहे हैं.
17 वर्षीय लेग स्पिनर रेहान अहमद ने इंग्लैंड के लिए पिछले 3 मुकाबलों में 12 विकेट हासिल किए हैं. रेहान का यह प्रदर्शन इंग्लैंड के लिए काफी फायदेमंद रहा है. रेहान ने सेमीफाइनल और क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 4-4- विकेट हासिल कर इंग्लैंड को विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है.