टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज रोहित शर्मा सीमित ओवरों के खतरनाक बल्लेबाज माने जाते हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह संघर्ष करते आए हैं. 34 साल के रोहित टेस्ट टीम में बतौर ओपनर अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं. मुंबई के इस बल्लेबाज के लिए सबसे कठिन दौरे की शुरुआत होने वाली है. वह वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का सदस्य हैं.
इंग्लैंड दौरे से पहले रोहित के बचपन के कोच दिनेश लाड ने भारतीय ओपनर को अहम सलाह दी है. रोहित शर्मा 2014 के बाद पहली बार इंग्लैंड में टेस्ट मैच खेलेंगे. वह तब छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे. 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट में रोहित शर्मा को शामिल किया गया था. रोहित ने उस मैच में 34 रन बनाए थे. उन्होंने पहली पारी में 28 और दूसरी पारी 6 रन बनाए थे. इसके बाद 2019 से रोहित टेस्ट में बतौर ओपनर खेल रहे हैं और उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है.
दिनेश लाड को विश्वास है कि रोहित इंग्लैंड में अच्छी बल्लेबाजी करेंगे और उन्होंने भारतीय ओपनर से ज्यादा धैर्य रखने की मांग की है. स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में उन्होंने कहा कि रोहित ने कई मैचों में अच्छी शुरुआत की, लेकिन उसे वह बड़ा स्कोर में तब्दील करने में असफल रहे.
दिनेश लाड ने रोहित को सलाह दी कि भारतीय ओपनर को ज्यादा फोकस होकर बैटिंग करने की जरूरत है, जिससे उन्हें इंग्लैंड में बड़ा स्कोर करने में मदद मिलेगी. लाड ने कहा, 'रोहित ने जब ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी की थी तब उन्होंने सबका ध्यान खींचा था. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के सामने वह आसानी से खेले. लगा ही नहीं कि वह आउट होंगे, लेकिन कई पारियों में उन्होंने अपना विकेट फेंक दिया, लेकिन अब वह ऐसा नहीं कर सकते.'
लाड ने कहा कि रोहित को थोड़ा और संयम रखने की जरूरत है. इंग्लैंड में गेंद स्विंग होती है और रोहित को बॉल की मेरिट के हिसाब से खेलना होगा. दिनेश लाड ने कहा कि अन्य देशों की तुलना में रोहित को इंग्लैंड में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि यहां पर गेंद ज्यादा स्विंग होती है और स्विंग खेलने के लिए बल्लेबाज को ज्यादा फोकस करने की जरूरत होती है.