विराट कोहली की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने टेस्ट में सबसे ज्यादा मैचों में जीत दर्ज की है. हालांकि कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया आईसीसी का एक भी टूर्नामेंट अपने नाम नहीं कर पाई है. टीम इंडिया की जब हार होती है तो कोहली की कप्तानी पर सबसे पहले सवाल उठते हैं. कोहली की रणनीति पर भी सवाल दागे जाते हैं. वह टीम में इतना बदलाव क्यों करते हैं. लेकिन उनका यही प्लान जब कामयाब होता है तो उनकी तारीफ होने लगती है. इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में ये देखने को भी मिला. (Photo- PTI)
सीरीज में टीम इंडिया तीन मैच जीती और तीनों ही जीत के किरदार अलग-अलग रहे. पहला मैच हारने के बाद कोहली ने दूसरे मुकाबले में टीम में बदलाव किया. उन्होंने शिखर धवन की जगह ईशान किशन को टीम में जगह दी. ईशान ने मौके का पूरा फायदा उठाया और डेब्यू मैच में ही अर्धशतक जड़ दिया. उनकी इस पारी की बदौलत टीम इंडिया सीरीज में वापसी की.
दरअसल, ईशान को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना ही इंग्लैंड के लिए सरप्राइज रहा. इंग्लैंड ने अपनी तैयारी रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, शिखर धवन जैसे बल्लेबाजों के खिलाफ की होगी, लेकिन ईशान किशान आते हैं और इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हैं. ईशान को टीम में शामिल करना कोहली की रणनीति का हिस्सा रही और इंग्लैंड इसे पढ़ने में नाकाम रहा.
अब इसके बाद टीम इंडिया को सीरीज के चौथे मुकाबले में जीत मिली. जीत के हीरो सूर्यकुमार यादव रहे. इंग्लैंड के गेंदबाजों ने सूर्यकुमार को आईपीएल में बल्लेबाजी करते बहुत देखा होगा, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का दबाव अलग होता है. सूर्यकुमार के खेल में ऐसा दिखा ही नहीं. उन्होंने क्रीज पर आते ही छक्का मारा और ऐसा लगा जैसे कि वह डग आउट से ही सेट होकर आए हैं.
सूर्यकुमार को इस मैच में ईशान किशन की जगह शामिल किया गया था. ईशान किशन घायल थे. सूर्यकुमार को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला. उन्होंने शानदार 57 रन बनाए. कोहली ने सूर्यकुमार को बल्लेबाजी का मौका देने के लिए अपने तीसरे नंबर की पोजीशन को छोड़ दिया. वह चौथे नंबर पर उतरे. दरअसल, सूर्यकुमार सीरीज का दूसरा मैच खेले थे, लेकिन उन्हें बैटिंग करने का मौका नहीं मिला था.
सीरीज में ये अब तक चार मैच खेले गए थे और चारों ही मैच में टीम इंडिया का बैटिंग ऑर्डर बदलता रहा. मॉर्गन एंड कंपनी को टीम इंडिया की बैटिंग ऑर्डर के हिसाब से रणनीति तैयार करने का मौका ही नहीं मिला. वहीं, इंग्लैंड की बात करें तो सीरीज के सभी मैचों में उसका बैटिंग एक ही रहा.
कोहली ने सबसे चौंकाने वाली चाल तो सीरीज के निर्णायक मुकाबले में चली. टी20 इंटरनेशनल में ऐसा पहली बार हुआ कि टीम इंडिया के दो दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली साथ में ओपनिंग करने उतरे. कोहली के इस प्लान के बारे में इंग्लैंड ने सोचा भी नहीं होगा. दोनों क्रीज पर आते ही इंग्लिश गेंदबाजों पर टूट पड़े. रोहित और विराट मैदान के हर ओर शॉट खेले. दोनों ने ताबड़तोड़ अंदाज में बैटिंग करते हुए 9 ओवर में 94 रन जोड़े. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कोहली और रोहित की ओपनिंग जोड़ी की तुलना सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से कर दी. मैच के बाद कोहली ने कहा कि आगे भी वह टी20 में ओपनिंग करना पसंद करेंगे.