कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरों के बीच भारतीय क्रिकेट टीम मैदान फतह करने के लिए साउथ अफ्रीका पहुंच चुकी है. शनिवार को विराट ब्रिगेड ने सेंचुरियरन में अपने पहले अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया. सेंचुरियरन के सुपरस्पोर्ट पार्क मैदान पर ही 26 दिसंबर से टेस्ट सीरीज का आगाज होना है.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने पहले दिन के अभ्यास सत्र की फोटो शेयर की है. कप्तान विराट कोहली, उप-कप्तान केएल राहुल, पुजारा समेत सभी बल्लेबाजों ने जमकर पसीना बहाया. वहीं रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह ने गेंदबाजी का प्रैक्टिस किया. इस दौरान हेड कोच राहुल द्रविड़ खिलाड़ियों के अभ्यास पर पैनी नजर बनाए हुए थे
भारतीय टीम एक रिजॉर्ट में ठहरी हुई है और पूरे रिजॉर्ट को क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने भारतीय टीम के लिए ही बुक किया है. इससे बायो-बबल के नियमों का कड़ाई से पालन किए जाने में भी आसानी होगी. यह रिजॉर्ट सामान्य पाइव स्टार होटल की तरह नहीं है, लेकिन खिलाड़ियों के लिये रिजॉर्ट में घूमने के लिये काफी जगह मौजूद है.
भारत के ‘स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग कोच सोहम देसाई ने कहा, 'हम मुंबई में तीन दिन तक कड़े क्वारंटीन में रहे और 10 घंटे की लंबी विमान यात्रा के बाद यहां पहुंचे. कल भी हमलोग कड़े पृथकवास में रहे थे. इसलिए खिलाड़ियों के लिये नए सिरे से सत्र शुरू करना थोड़ा जोखिम भरा रह सकता है.'
उन्होंने कहा, 'इसलिये खिलाड़ी दौड़ने के लिये गए, थोड़ी ‘स्ट्रेंचिंग की और पसीना बहाया. साथ ही कार्यक्रम इस तरह का है कि हमें शुरू से ही अभ्यास करते रहना होगा. हम सिर्फ इतना ही कर सकते हैं. यहां ऊंचाई 1400 मीटर की है और हम समुद्र तल के निचले स्तर से आ रहे हैं. इसलिये खिलाड़ियों को ढलने के लिए दो-तीन दिन लगेंगे.'
साउथ अफ्रीका दौरे से पहले कोहली को वनडे कप्तानी से हटा दिया गया था, जिसे लेकर काफी बवाल मचा हुआ है. खुद विराट कोहली के प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए बयान के बाद तो बीसीसीआई और कोहली के बीच मतभेद और गहरा गया था. अब विराट भी इन चीजों को भुलाकर टेस्ट में नई शुरुआत करना चाहेंगे.
वैसे साउथ अफ्रीकी धरती पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतना भारत के लिए आसान नहीं रहने वाला है. 29 साल बाद सीरीज जीतने के लिए भारत को तीनों डिपार्टमेंट में शानदार प्रदर्शन करना होगा. बल्लेबाजी में अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली को पुराने फॉर्म में लौटना होगा. वहीं बुमराह, मोहम्मद शमी जैसे तेज गेंदबाजों का रोल भी अहम रहने वाला है.