सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया बहुत मजबूत स्थिति में थी, लेकिन तीसरे दिन कुछ ऐसा हुआ जो शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा. तीसरे दिन उम्मीद थी कि कप्तान अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा बड़ी पारियां खेलकर भारत को 350 से 400 रनों के स्कोर तक पहुंचा देंगे, लेकिन हुआ इससे बिलकुल उल्टा.
तीसरे दिन कप्तान अजिंक्य रहाणे 22 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर बोल्ड हो गए. चेतेश्वर पुजारा के बेहद डिफेंसिव रवैये ने भारत को दबाव में ला दिया. पुजारा ने 176 गेंद में 50 रन बनाए और धीमी पारी के इस दबाव से भारत निकल ही नहीं सका.
चेतेश्वर पुजारा के स्लो खेलने से अजिंक्य रहाणे की बैटिंग पर भी असर पड़ा. पिछले मैच में शतक लगाने वाले अजिंक्य रहाणे 22 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर बोल्ड हो गए. रहाणे के आउट होते ही हनुमा विहारी (4) और ऋषभ पंत (36) भी जल्दी-जल्दी आउट हो गए.
एक समय भारत का स्कोर 195 रन पर 4 विकेट था, लेकिन इसके बाद भारत ने अपने आखिरी 6 विकेट 49 रन बनाने में ही गंवा दिए. इस दौरान भारत की बैटिंग में बहुत बड़ी लापरवाही देखी गई. टीम इंडिया के तीन बल्लेबाज रन आउट होकर अपने-अपने विकेट ऑस्ट्रेलिया को तोहफे में दे गए.
भारत की पहली पारी के दौरान हनुमा विहारी (4), रविचंद्रन अश्विन (10) और जसप्रीत बुमराह (0) रनआउट हुए. भारत के टेस्ट इतिहास में सातवीं बार एक टेस्ट पारी में तीन या उससे ज्यादा बल्लेबाज रन आउट हुए. पिछली बार 12 साल पहले 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली टेस्ट की दूसरी पारी में वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और वीवीएस लक्ष्मण रन आउट हुए थे.
इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाने का मौका गंवा दिया और खुद हार की तरफ कदम बढ़ा लिए. ऑस्ट्रेलिया ने कुल 197 रन की बढ़त लेकर तीसरे टेस्ट में तीसरे दिन शनिवार को शिकंजा कस दिया.
पैट कमिंस की शानदार गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पहली पारी में 244 रन पर ऑल आउट करने के बाद मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ की अटूट अर्धशतकीय साझेदारी के दम पर शिकंजा कस दिया.
तीसरे दिन का खेल समाप्त होने पर ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में दो विकेट पर 103 रन बना लिए थे. पहली पारी के शतकवीर स्मिथ 29 और लाबुशेन 47 रन बनाकर खेल रहे हैं.
भारतीय टीम को दो झटके लगे जब फॉर्म में चल रहे रवींद्र जडेजा और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत चोटिल हो गए. उन्हें स्कैन के लिए ले जाया गया है. दोनों दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर सकते हैं, लेकिन जडेजा का गेंदबाजी कर पाना मुश्किल लग रहा है.