भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर ऑस्ट्रेलिया के साथ होने वाले तीसरे और अंतिम टी-20 मैच को जीतकर सीरीज में क्लीन स्वीप करना चाहेगी. विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया के पास ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में दूसरी बार क्लीन स्वीप करने का मौका होगा. भारत ने इससे पहले 2016 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में 3-0 से क्लीन स्वीप की थी.
आंकड़ों की बात करें, तो 3 मैचों की टी20 सीरीज में अब तक ऑस्ट्रेलिया का दो बार 'व्हाइट वॉश' हुआ है. एक तो टीम इंडिया ने 2016 में, जबकि पाकिस्तान ने 2018 में कंगारुओं का 3-0 से सफाया किया था. उल्लेखनीय है कि टीम इंडिया ने उसके घर में क्लीन स्वीप किया, जबकि पाकिस्तान ने यूएई में मात दी थी.
भारत ने रविवार को दूसरा टी-20 मैच छह विकेट से जीतकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है. इस मैच में हार्दिक पंड्या ने बल्ले से 22 गेंदों पर 42 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए टीम को जीत दिला दी. भारत ने कैनबरा के मनुका ओवल में पहला टी-20 11 रनों से जीता था.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दूसरे वनडे के बाद कहा था, इस मैच से पहले हमने कहा था कि हम अच्छी स्थिति में होंगे और फैन्स से हमें समर्थन मिलेगा. इस मुश्किल समय में इससे आपको ऊर्जा मिलती है. अगला मैच बेहद रोमांचक होने जा रहा है. हम सीरीज जीत चुके हैं, लेकिन हम पेशेवर होना चाहते हैं और हम निडर होकर खेलना चाहते हैं.
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 में केवल एक टी-20 मैच हारा था, उसके बाद से उसने या तो टी-20 सीरीज ड्रॉ कराई है या फिर से उसे अपने नाम की है.
दोनों टीमों के पास सीमित ओवरों की सीरीज में उनके शीर्ष स्तरीय गेंदबाज हैं. दूसरे टी-20 में दोनों टीमों की ओर से तेज गेंदबाजों का जलवा देखने को नहीं मिला था.
भारत ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को दूसरे टी-20 मैच से आराम दिया था. वहीं, ऑस्ट्रेलिया को मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की सेवाएं नहीं मिल पाई थी, जबकि पैट कमिंस पहले ही टीम से बाहर हैं.
लेकिन भारत की बल्लेबाजी शानदार दिख रही है. ऑस्ट्रेलिया के दो सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर चोट से जूझ रहे हैं जबकि एरॉन फिंच दूसरे टी-20 में नहीं खेले थे. फिंच को पहले मैच में चोट लग गई थी और मैथ्यू वेड ने उनकी जगह दूसरे मैच में कप्तानी की थी.
मंगलवार को होने वाले तीसरे मैच में हार्दिक पंडया, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर, टी. नटराजन, मनीष पांडे और युजवेंद्र चहल के लिए अपनी छाप छोड़ने का मौका होगा.