साल 2021 की शुरुआत टीम इंडिया के लिए खास रही थी, जब अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में युवा टेस्ट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में मात दे दी थी. इसमें सबसे खास था सीरीज़ आखिरी टेस्ट मैच जहां ब्रिस्बेन में टीम इंडिया ने गाबा के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी. ऐसा तीन दशकों के बाद हुआ था कि ऑस्ट्रेलिया की टीम इस मैदान पर हारी हो.
भारत की इस ऐतिहासिक जीत को एक साल होने को है, 19 जनवरी 2022 को उस पूरे दिन को एक साल होगा. इसी मौके पर हाल ही में सोनी नेटवर्क पर एक सीरीज़ आई है, जिसमें उस पूरे सफर को दिखाया गया है. इसमें सबसे खास कहानी मोहम्मद सिराज की है, जिन्होंने उस सीरीज़ में डेब्यू किया था और आखिरी मैच तक आने तक वह सबसे अनुभवी बॉलर थे, क्योंकि बाकी सब चोटिल हो चुके थे.
मोहम्मद सिराज ने डॉक्यूमेंट्री में अपनी कहानी बताई. मोहम्मद सिराज के मुताबिक, जब वो क्वारनटीन में थे तब ऑस्ट्रेलिया में ही उन्हें खबर मिली थी कि पिता की मौत हो गई है. कोरोना के वक्त में हर कोई अपने कमरे में था, मैं बाहर नहीं आ सकता था. घर वापस नहीं जा सकता था, क्योंकि कई घंटों की फ्लाइट के बाद भी अपने पिता से नहीं मिल पाता. (File Photo)
मोहम्मद सिराज ने बताया कि तब मम्मी ने मुझे यही कहा कि तू वहां पर ही रुक और देश के लिए खेल, क्योंकि अगर तेरे पिता होते तो भी यही चाहते. मोहम्मद सिराज ने बताया कि उसके बाद से मैंने जो भी क्रिकेट खेला है, सिर्फ अपने पिता के लिए खेला है. मयंक अग्रवाल के साथ मोहम्मद सिराज का स्पेशल जश्न भी काफी फेमस है, सिराज ने बताया कि वह उनके पिता को समर्पित है.
Heartbreaks, Collapses & Comebacks...one series that had it all.
— Sony Sports Network (@SonySportsNetwk) January 14, 2022
Watch #DownUnderdogs - India's GreaTEST comeback tonight at 8PM on Ten 3 / Ten 4 / Six / LIV@mdsirajofficial @bhogleharsha @sanjaymanjrekar @Hanumavihari @isaguha @joybhattacharj @cricketwallah#SirfSonyPeDikhega pic.twitter.com/1SsyoDX3vV
बता दें कि पहले मैच में जब टीम इंडिया 36 पर ऑलआउट होकर मैच हार गई थी, उसमें मोहम्मद सिराज नहीं खेले थे. लेकिन मेलबर्न टेस्ट यानी बॉक्सिंग डे टेस्ट में उन्हें मौका जरूर मिला था. उसी मैच में मोहम्मद सिराज ने शानदार डेब्यू किया और ऑस्ट्रेलिया की टीम की कमर तोड़ दी थी.
ब्रिस्बेन के गाबा में खेले गए मुकाबले में मोहम्मद सिराज ने पहली पारी में एक और दूसरी पारी में पांच विकेट लिए थे. उस मैच में मोहम्मद सिराज भारत के सबसे सीनियर बॉलर थे, जिन्होंने दो टेस्ट मैच खेले थे लेकिन फिर भी टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया था.
हैदराबाद में पैदा हुए मोहम्मद सिराज के पिता मोहम्मद घौस एक ऑटो ड्राइवर थे. मोहम्मद सिराज खुद बताते हैं कि ऑटो चलाकर भी उनके पिता ने उन्हें कोई कमी नहीं आने दी और क्रिकेट खेलने से कभी नहीं रोका था. मोहम्मद सिराज जब ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतकर वापस आए तो सबसे पहले अपने पिता को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
साल 2017 में जब आईपीएल में हैदराबाद की टीम ने मोहम्मद सिराज को पौने तीन करोड़ रुपये में खरीद था, तब उन्होंने सुर्खियां बटोरी थीं. क्योंकि एक ऑटो वाले का बेटा तब सबसे बड़ी स्टेज पर कदम रख रहा था.