भारतीय टीम के महान कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने 17 साल पहले 23 दिसंबर 2004 को पहली बार भारतीय टीम की जर्सी पहनी थी. धोनी ने चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी. धोनी अपने पहले मुकाबले में पहली गेंद में ही आउट हो गए थे.
अपने पहले 4 मुकाबलों में निराश करने के बाद टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली ने महेंद्र सिंह धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा. इस मुकाबले में पहली बार महेंद्र सिंह धोनी का जलवा दिखा. धोनी ने इस पारी में 123 गेंदों में 148 रन जड़कर सभी को अपना का मुरीद बना लिया. इस पारी में धोनी ने 15 चौके और 4 छक्के जड़े.
पाकिस्तान के खिलाफ तूफानी पारी के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने एक और धमाकेदार पारी खेली. जयपुर में श्रीलंका के खिलाफ 299 के लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी ने नाबाद 183 रन बनाए. अपनी 183 रनों की पारी के लिए धोनी ने 145 गेंदें खेली जिसमें 15 चौके और 10 छक्के शामिल थे.
वनडे क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत महेंद्र सिंह धोनी ने दिसंबर 2005 में श्रीलंका के खिलाफ चेन्नई में अपना टेस्ट डेब्यू किया. धोनी ने अपने टेस्ट डेब्यू के बाद लगातार टीम में अपनी जगह बनाकर रखी.
2007 टी-20 विश्व कप में सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में एक युवा भारतीय टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका में इतिहास रचा था. फाइनल में पाकिस्तान को हराकर भारतीय टीम ने धोनी की कप्तानी में सबसे पहला टी20 विश्व कप अपने नाम किया.
टी20 विश्व कप जीतने के बाद टीम इंडिया की कमान महेंद्र सिंह धोनी के हाथो में दे दी गई थी. साल 2009 में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज जीत के बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पहली बार टीम इंडिया ने टेस्ट में बादशाहत हासिल की.
टीम इंडिया ने 28 साल बाद 2011 में विश्व कप अपने नाम किया था. किसी भी भारतीय फैन के लिए धोनी का मुंबई में 2011 विश्व कप फाइनल में लगाया गया आखिरी छक्का काफी खास है. इसी छक्के ने 1983 के बाद एकबार फिर से विश्व कप ट्रॉफी में भारतीय टीम का नाम लिखा था.
2007 टी20 विश्व कप और 2011 विश्व कप में जीत के बाद महेंद्र सिंह धोनी के लिए अगली बड़ी ICC ट्रॉफी थी 2013 में खेली गई चैम्पियन्स ट्रॉफी. भारत ने फाइनल में इंग्लैंड को हराकर 2002 के बाद चैम्पियन्स ट्रॉफी जीती थी. धोनी टीम इंडिया को टी20 विश्व कप, विश्व कप और चैम्पियंस ट्रॉफी जिताने वाले इकलौते कप्तान हैं.
2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. धोनी ने अपने टेस्ट करियर में 90 टेस्ट मैच खेले हैं और उन्होंने 90 टेस्ट की 144 पारियों में 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए. धोनी के नाम टेस्ट क्रिकेट में 6 सेंचुरी और 33 हाफसेंचुरी शामिल हैं.