श्रीलंकाई क्रिकेट के इतिहास में 29 जुलाई का दिन काफी खास है. साल 2006 में इसी दिन कोलंबो के सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड पर श्रीलंकाई खिलाड़ियों कुमारा संगकारा और महेला जयवर्धने ने मिलकर साउथ अफ्रीका के खिलाफ इतिहास रचा था.
दरअसल कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने ने टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी कर डाली थी, जो आज भी बरकरार है. संगकारा और जयवर्धने ने तीसरे विकेट के लिए 624 रनों की साझेदारी की थी. इस दौरान महेला जयवर्धने ने अकेले 374 रन बनाए थे, वहीं कुमार संगकारा ने 287 रनों की पारी खेली थी.
संगकारा और जयवर्धने ने श्रीलंका के ही सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. जयसूर्या-महानामा ने साल 1997 में कोलंबों के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में भारत के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए 576 रन जोड़े थे. जयसूर्या-महानामा की बेहतरीन साझेदारी की बदौलत श्रीलंका ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा (952/6d) किया था.
टेस्ट क्रिकेट (सबसे बड़ी पार्टनरशिप):
1. कुमार संगकारा- महेला जयवर्धने (श्रीलंका), 624 रन (तीसरे विकेट के लिए), विरुद्ध साउथ अफ्रीका, 2006 (कोलंबो)
2. सनथ जयसूर्या-रोशन महानामा (श्रीलंका), 576 रन (दूसरे विकेट के लिए), विरुद्ध भारत, 1997 (कोलंबो)
3. एंड्रयू जोंस-मार्टिन क्रो (न्यूजीलैंड), 467 रन (तीसरे विकेट के लिए), विरुद्ध श्रीलंका, 1991 (वेलिंग्टन)
4. बिल पोंसफोर्ड-डॉन ब्रैडमैन (ऑस्ट्रेलिया), (दूसरे विकेट के लिए), विरुद्ध इंग्लैंड, 1934 (ओवल)
5. मुदस्सर नजर-जावेद मियांदाद (पाकिस्तान), (तीसरे विकेट के लिए), विरुद्ध भारत, 1983 (हैदराबाद)
महेला जयवर्धने ने 374 रनों की पारी में कुल 572 गेंदों का सामना किया. इस दौरान जयवर्धने ने 43 चौके और एक छक्का लगाया. टेस्ट क्रिकेट में जयवर्धने का यह सर्वोच्च स्कोर था. दूसरी तरफ कुमार संगकारा ने 457 गेंदों की पारी में 35 चौके लगाए थे.
संगकारा और जयवर्धने की रिकॉर्ड पार्टनरशिप के चलते श्रीलंका ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपनी पहली पारी 5 विकेट पर 756 रन बनाकर घोषित की थी. चूंकि साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में सिर्फ 169 रन बनाए थे, जिसके कारण श्रीलंका को 587 रनों की विशाल लीड मिली.
फिर साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी 434 रनों पर पैक हो गई और श्रीलंका ने पारी एवं 153 रनों से जीत हासिल कर ली. महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने मुकाबले में श्रीलंका की ओर से 10 विकेट चटकाए थे. महेला जयवर्धने को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था.