भारत और श्रीलंका के बीच मोहाली में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने शानदार शतक जड़ा है. रवींद्र जडेजा के टेस्ट करियर का ये दूसरा शतक है. भारतीय टीम को जब लगातार झटके लगे, उस वक्त रवींद्र जडेजा ने पहले ऋषभ पंत और फिर रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर टीम को संकट से उबारा.
रवींद्र जडेजा ने 160 बॉल में अपना शतक पूरा किया. अपनी पारी में रवींद्र जडेजा ने 10 चौके लगाए और एक छोर को लंबे वक्त तक थामे रखा. फिफ्टी और शतक पूरा करने के बाद रवींद्र जडेजा ने अपने स्पेशल अंदाज़ में जश्न मनाया. जडेजा ने बल्ले को तलवार की ओर घुमाया और अपने टीम मेट्स, फैन्स का अभिवादन स्वीकारा.
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— BCCI (@BCCI) March 5, 2022
रवींद्र जडेजा ने इस पहले टेस्ट की इस पारी में दो शतकीय साझेदारी की. पहले उन्होंने ऋषभ पंत के साथ मिलकर 118 बॉल में 104 रन जोड़े, इसमें जडेजा का योगदान 35 रनों का रहा. इसके बाद रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर 174 बॉल पर 130 रनों की साझेदारी की. इसमें रवींद्र जडेजा ने 64 रनों की योगदान दिया.
रवींद्र जडेजा ने हाल ही में चोट से वापसी की है. साउथ अफ्रीका जाने से पहले रवींद्र जडेजा को चोट लग गई थी, जिसके बाद वह दौरे से बाहर हुए थे. रवींद्र जडेजा को दो महीने नेशनल क्रिकेट अकादमी में बिताने पड़े थे, अब उन्होंने ज़ोरदार वापसी की है.
बतौर बल्लेबाज रवींद्र जडेजा ने पिछले दो-तीन साल में काफी इम्प्रूव किया है, जिसमें उनके टेस्ट करियर का एवरेज भी काफी ऊपर किया है. सिर्फ टेस्ट ही नहीं बल्कि टी-20 क्रिकेट में भी रवींद्र जडेजा बतौर फिनिशर उबर कर आए हैं, आईपीएल में इसका नज़ारा देखने को मिला है.
रवींद्र जडेजा के टेस्ट करियर का यह दूसरा शतक रहा. इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ राजकोट में शतक जड़ा था. साल 2018 में रवींद्र जडेजा ने तब 132 बॉल में 100 रनों की नाबाद पारी खेली थी, जिसमें 5 छक्के और 5 चौके शामिल थे.
रवींद्र जडेजा ने यह शतक तब जड़ा है, जब बीते दिन ही क्रिकेट ने अपने सबसे बड़े स्पिनर शेन वॉर्न को खोया है. साल 2008 में रवींद्र जडेजा के पहले कप्तान शेन वॉर्न ही थे, जिन्होंने राजस्थान रॉयल्स में उनकी अगुवाई की थी. जडेजा ने शतक जड़ने के बाद शेन वॉर्न को भी श्रद्धांजलि दी.