धर्मशाला में भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले में टीम इंडिया की जीत हुई. तीन मैच की सीरीज में भारत 2-0 से आगे हो गया है. टीम इंडिया को इस मुकाबले से कई राहत के संदेश मिले, जिसमें सबसे बड़ा था रवींद्र जडेजा का बतौर बल्लेबाज चमकना. जो टीम इंडिया के मिशन वर्ल्डकप का एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
रवींद्र जडेजा ने चोट के बाद टीम इंडिया में वापसी की है. शनिवार को जब मैच कुछ फंस रहा था, उस वक्त जडेजा ने क्रीज पर आते ही ऐसा तूफान मचाया कि टीम इंडिया ने तीन ओवर पहले ही मैच जीत लिया. रवींद्र जडेजा के आने के बाद मैच पूरी तरह से एकतरफा हो गया था.
श्रीलंका के खिलाफ धर्मशाला में रवींद्र जडेजा ने सिर्फ 18 बॉल में 45 रनों की पारी खेली, इसमें 7 चौके और एक छक्का शामिल था. रवींद्र जडेजा का स्ट्राइक रेट इस दौरान 250 का था, ऐसे में उन्होंने श्रीलंका के बॉलर्स को बिल्कुल भी मौका नहीं दिया.
पिछले एक-दो साल में बतौर बल्लेबाज रवींद्र जडेजा का प्रदर्शन बहुत बेहतर हुआ है. चाहे वो टेस्ट क्रिकेट हो या फिर टी-20. आईपीएल में रवींद्र जडेजा ने अपने दम पर बल्लेबाजी से चेन्नई सुपर किंग्स को मैच जिताए हैं, यही वजह है कि एक बार टी-20 की टीम से बाहर हो चुके जडेजा की फिर वापसी हुई है.
ना सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि रवींद्र जडेजा का जादू बॉलिंग में भी दिखाई दे रहा है. पहले और दूसरे टी-20 में रवींद्र जडेजा ने विकेट निकाले हैं. खास बात यह है रवींद्र जडेजा अपने कोटे के चार ओवर बहुत तेजी से पूरे करते हैं, साथ ही विकेट टू विकेट बॉलिंग बल्लेबाजों को रन बनाने का कम ही मौका देती है.
रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया मिशन वर्ल्डकप की तैयारियों में जुटी है. रोहित शर्मा खुद कह चुके हैं कि रवींद्र जडेजा इस मिशन के लिए काफी जरूरी हैं. यही कारण है कि रोहित ने कहा था कि आपको रवींद्र जडेजा टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हुए दिखेंगे.
रवींद्र जडेजा की फील्डिंग का कोई सानी नहीं है. यही वजह कि बल्लेबाजी, बॉलिंग के अलावा फील्डिंग में भी रवींद्र जडेजा का योगदान टीम इंडिया के लिए बेहद जरूरी है. ऑस्ट्रेलिया में जब टीम इंडिया बड़े मैदानों पर वर्ल्डकप खेल रही होगी, तब यही चीज़ें फायदा दिलवाएंगी.