भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे मोहाली टेस्ट के तीसरे दिन की शुरुआत में ही भारत को सफलता मिली. टीम इंडिया के उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह ने चरिथ असालंका को LBW आउट किया और भारत को पांचवीं सफलता दिलवाई. लेकिन ये इतना आसान नहीं रहा, क्योंकि फील्ड अंपायर ने पहले इसे नॉटआउट दिया था और बाद में कप्तान रोहित शर्मा ने डीआरएस लिया.
श्रीलंकाई पारी के 57वें ओवर में जब जसप्रीत बुमराह बॉलिंग करने आए, तब उन्होंने एक स्लो-ऑफ कटर डाली. जो सीधा श्रीलंकाई बल्लेबाज चरिथ असालंका के पैड पर जाकर लगी. बुमराह की ओर से अपील की गई, लेकिन फील्ड अंपायर की ओर से इस अपील को नकार दिया गया.
अंपायर ने अपील ठुकराई तो कप्तान रोहित शर्मा ने रिव्यू लिया और ये रिव्यू बिल्कुल सही साबित हुआ. थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर के फैसले को बदला और जसप्रीत बुमराह को सफलता मिली. ये श्रीलंका का पांचवां विकेट था, इसी के बाद टीम इंडिया ने श्रीलंकाई पारी को तहस-नहस कर दिया था.
सिर्फ एक रिव्यू नहीं बल्कि कप्तान रोहित शर्मा के कई फैसले इस पारी के दौरान सही साबित हुए. इनमें रवींद्र जडेजा को बॉलिंग पर लगाना और उसके बाद शानदार फील्ड प्लेसमेंट करना. जिसकी वजह से रवींद्र जडेजा को सफलताएं मिली थीं. दूसरी पारी में भी रविचंद्रन अश्विन की बॉल पर अंपायर ने नॉटआउट दिया, तो रोहित शर्मा के रिव्यू के बाद फैसला बदला गया.
भारत ने पहली पारी में 574 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था, जवाब में श्रीलंका की टीम सिर्फ 174 रनों पर ही ऑलआउट हो गई थी. भारत की ओर से ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने पांच विकेट लिए, जिन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 175 रनों की बड़ी पारी भी खेली थी.
रवींद्र जडेजा के अलावा रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह को भी श्रीलंका की पहली पारी में 2-2 विकेट मिले. जबकि मोहम्मद शमी को एक विकेट मिला था. सिर्फ जयंत यादव ऐसे बॉलर रहे, जिन्हें पहली पारी में कोई विकेट नहीं मिला.
बता दें कि रोहित शर्मा के लिए यह टेस्ट काफी खास है. क्योंकि बतौर टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा का यह पहला मैच है, जबकि विराट कोहली के करियर का यह 100वां टेस्ट मैच है.