बीसीसीआई ने शनिवार (7 जनवरी) को नई चयन समिति का ऐलान कर दिया. चेतन शर्मा की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय चयन समिति में सलिल अंकोला को भी जगह मिली है. सलिल अंकोला सेलेक्शन पैनल में पश्चिमी जोन का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं.
54 साल के सलिल अंकोला भी भारत के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन उन्हें वो शोहरत नहीं मिली जो सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, जैसे क्रिकेटर्स को मिली. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज सलिल अंकोला ने 1988-89 में अपने फर्स्ट क्लास डेब्यू पर गुजरात के खिलाफ हैट्रिक ली थी और बड़ौदा के खिलाफ अगले मैच में छह विकेट लिए. ऐसे में सलिल को साल 1989 में पाकिस्तान दौरे के लिए भारतीय टीम में चुन लिया गया.
सलिल अंकोला ने 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच के जरिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था. उसी मुकाबले में भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर ने भी डेब्यू किया था. सचिन ने तो मुकाबले और रनों का अंबार लगा दिया. लेकिन सलिल अंकोला के वह टेस्ट मैच सबसे बड़े फॉर्मेट में आखिरी रहा.
सलिल अंकोला ने उस टेस्ट मैच के बाद 20 वनडे मुकाबले खेले जहां वो कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए. सलिल ने वनडे क्रिकेट में 13 और टेस्ट क्रिकेट में 2 विकेट झटके हैं. सलिल अंकोला ने भारत के लिए आखिरी मैच साल 1997 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. यानी कि लगभग 8 साल के करियर में वह सिर्फ 21 मैच खेल पाए.
सलिल अंकोला ने क्रिकेट के बाद सिने जगत का रुख किया. उन्होंने कई टीवी सीरियल्स में काम किया जिसमें सीआईडी, सावधान इंडिया जैसे सीरियल शामिल थे. संजय दत्त अभिनीत कुरुक्षेत्र के जरिए उन्होंने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने पिता (2002), चुरा लिया है तुमने (2003) जैसी मूवी में भी अभिनय किया. साल 2006 में बिग बॉस के शुरुआती सीजन में भी सलिल अंकोला ने भाग लिया था.
साल 2010 जाते-जाते सलिल अंकोला का जिंदगी एक अलग दिशा में चली गई. वह मानसिक तनाव का भी शिकार हुए. फिर उन्होंने 2011 में अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया. हालांकि उन्होंने साल 2013 में दूसरी शादी कर ली.
यही नहीं सलिल अंकोला को शराब की लत लग गई. ऐसे में उन्हें रिहैब सेंटर में भी रहना पड़ा था. साल 2020 में उन्होंने क्रिकेटिंग फील्ड में वापसी की, जब उन्हें मुंबई क्रिकेट टीम का चयनकर्ता बनाया गया. अब उन्हें बीसीसीआई ने एक बड़ी जिम्मेदारी दी है.