टीम इंडिया ने क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में अपने अभियान की धमाकेदार शुरुआत की. 8 अक्टूबर (रविवार) को चेन्नई के एमए चिंदबरम स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हरा दिया. भारत की जीत में विराट कोहली (85 रन) और केएल राहुल (नाबाद 97 रन) की अहम भूमिका रही.
इस मैच में 200 रनों के टारगेट का पीछा करते भारतीय टीम की शुरुआत काफी साधारण रही और उसने एक समय दो रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे. ईशान किशन, कप्तान रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर अपना खाता भी नहीं खोल पाए. ईशान और श्रेयस तो वर्ल्ड कप में अपने डेब्यू मैच खेल रहे थे, ऐसे में उनसे काफी उम्मीदें थीं.
अब श्रेयस और ईशान अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे. देखा जाए तो श्रेयस अय्यर और ईशान किशन से पहले भी ऐसे कई स्टार खिलाड़ी रहे हैं, जो ओडीआई वर्ल्ड कप में अपने डेब्यू पर खाता नहीं खोल पाए. आइए जानते हैं ऐसे ही पांच खिलाड़ियों के बारे में...
महेंद सिंह धोनी: टीम इंडिया के पू्र्व कप्तान एमएस धोनी ने साल 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले के जरिए वर्ल्ड कप डेब्यू किया था. उस मैच में धोनी को अपनी तीसरी ही गेंद पर मोहम्मद रफीक ने चलता कर दिया था. भारतीय टीम उस मुकाबले को पांच विकेट से हार गई थी. धोनी फिर श्रीलंका के खिलाफ भी डक पर आउट हो गए थे. श्रीलंका के खिलाफ हार के साथ ही भारत वर्ल्ड कप 2007 से बाहर हो गया था.
एबी डिविलियर्स: साउथ अफ्रीका के इस पूर्व कप्तान ने भी वर्ल्ड कप करियर की शुरुआत डक के साथ की थी. डिविलियर्स साल 2007 के वर्ल्ड कप में नीदरलैंड के खिलाफ मैच में अपनी दूसरी गेंद पर चलते बने थे. उसी मैच में हर्शल गिब्स ने एक ओवर में लगातार छह छक्के लगाकर इतिहास रचा था.
रॉस टेलर: इस कीवी खिलाड़ी के वर्ल्ड कप करियर का आगाज कुछ खास नहीं रहा था. साल 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में टेलर खाता नहीं खोल पाए थे. हालांकि न्यूजीलैंड की टीम उस मुकाबले को छह विकेट से जीतने में सफल रही. रॉस टेलर ने न्यूजीलैंड के लिए आगे चलकर काफी शानदार प्रदर्शन किया. 2011 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी पारी को कौन भूल सकता है.
अजिंक्य रहाणे: अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे साल 2015 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ खाता नहीं खोल पाए थे. रहाणे अपनी पहली ही गेंद पर सोहेल खान का शिकार बने. रहाणे ने उस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के लिए कुल 8 मैचों में 34.66 की औसत से 208 रन बनाए.