महान बल्लेबाल और भारतीय टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने गैर-ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में विराट कोहली के अंदाज को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों वाला करार देते हुए ‘पूरी आक्रामकता के साथ’ टेस्ट क्रिकेट खेलने की उनकी शैली की तारीफ की. चैपल ने भारत के पूर्व क्रिकेटरों की तुलना महात्मा गांधी के आदर्शों से करते हुए कहा कि कोहली की आक्रामकता के कारण भारतीय क्रिकेट के रूख में काफी बदलाव आया है.
चैपल ने ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ में लिखा, ‘पहले के कई भारतीय क्रिकेटर विरोधियों के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाने से बचते थे, शायद वह गांधी जी के सिद्धांत के मुताबिक था. सौरव गांगुली उस दृष्टिकोण को बदलने की कोशिश करने वाले पहले भारतीय कप्तान थे. इससे भारत में एक हद तक सफलता मिली, लेकिन विदेशों में यह उतना असरदार नहीं हुआ.’
चैपल ने कहा, ‘विराट कोहली शांति से जवाब देने में विश्वास नहीं करते. वह आक्रामक शैली के समर्थक है. उनकी कोशिश विपक्ष पर हावी होने की रहती है.’ चैपल ने कहा, ‘कोहली गैर-ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलियाई हैं. वह नए भारत का प्रतीक है. क्रिकेट के ताकतवर देश के कप्तान के तौर पर वह इस खेल को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी को अच्छे से समझते है.’
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 17 दिसंबर से एडिलेड में खेलेगी. इस डे नाइट टेस्ट के बाद कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए पितृत्व अवकाश पर भारत लौट जाएंगे.
चैपल ने कहा, ‘ जब टेस्ट प्रारूप खतरे में है तब यह तथ्य है कि कोहली की तरह का चैम्पियन क्रिकेटर होना बड़ी सकारात्मक बात है.’
चैपल ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट हमेशा उनके लिए प्राथमिकता रही है और इसने उन्हें खुद को फिट और मजबूत रखने की प्रेरणा मिलती है. यही कारण है कि वह टीम से भी ऐसा ही चाहते है. वह चाहते है कि सबसे प्रतिष्ठित प्रारूप भारत को सम्मान मिले.’
चैपल ने कहा कि कोहली विश्व क्रिकेट में मौजूदा समय के सबसे ताकतवर क्रिकेटर है. उन्होंने कहा, ‘मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के लिए कोहली के साथ स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन दौड़ में है. रिकॉर्ड स्मिथ के साथ है, लेकिन तीनों में अंतर करना काफी मुश्किल काम है. विश्व क्रिकेट की मौजूदा परिदृश्य में हालांकि कोहली सबसे अहम खिलाड़ी है.’