अगर कहा जाए कि आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 रिकॉर्डों के नाम रहा है तो गलत नहीं होगा. कुमार संगकारा से लेकर मार्टिन गुप्टिल, क्रिस गेल से लेकर ब्रेंडन मैकुलम, इन खिलाड़ियों ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसे दोहरा पाना आसान नहीं होगा. आइए एक नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही रिकॉर्ड पर...
कुमार संगकारा ने लगातार 4 शतक जड़े
यह कहना कि इस वर्ल्ड कप के दौरान कुमार संगकारा अच्छे फॉर्म में थे तो यह उनकी उपलब्धि को कम करके आंकना होगा. हकीकत में संगकारा प्रचंड फॉर्म में थे, तभी तो उन्होंने टूर्नामेंट में लगातार 4 शतक जड़े. वनडे क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 105, इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 117, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 104 और स्कॉटलैंड के खिलाफ 124 रन बनाए. इससे पहले वनडे में लगातार तीन शतक जड़ने का कारनामा 6 क्रिकेटर कर चुके हैं.
मार्टिन गुप्टिल का डबल धमाका
न्यूजीलैंड के बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज के खिलाफ दोहरा शतक जड़कर इतिहास रच दिया. वे अब वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं. यह इस वर्ल्ड कप में दूसरा दोहरा शतक था. इससे पहले वेस्टइंडीज के क्रिस गेल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा था. वेस्टइंडीज के खिलाफ इस पारी में मार्टिन गुप्टिल ने 163 गेंदों का सामना करके 24 चौके व 11 छक्कों की मदद से नाबाद 237 रन बनाए. यह किसी भी वर्ल्ड कप में किसी क्रिकेटर का सर्वाधिक निजी स्कोर है.
वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे खराब शुरुआत
इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी दर्ज हुआ जिसे वह जल्द ही भूलना चाहेंगे. वेस्टइंडीज के खिलाफ पाकिस्तान टीम ने पारी की शुरुआत में मात्र 1 रन के स्कोर पर 4 विकेट खो दिए थे. यह वनडे क्रिकेट इतिहास में किसी भी टीम की सबसे खराब शुरुआत है. इससे पहले यह शर्मनाक रिकॉर्ड कनाडा के नाम था. जिम्बाब्वे के खिलाफ मुकाबले में कनाडा ने मात्र 4 स्कोर पर 4 विकेट खो दिए थे.
वर्ल्ड कप की सबसे तेज फिफ्टी
ब्रेंडन मैकुलम ने इस वर्ल्ड कप में सबसे तेज हाफसेंचुरी जड़ने का अपना ही पुराना रिकॉर्ड तोड़ डाला. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ मात्र 18 गेंदों में अर्धशतक जड़कर यह रिकॉर्ड बनाया. इससे पहले मैकुलम ने 2007 वर्ल्ड कप में कनाडा के खिलाफ 20 गेंदों में 50 रन की तूफानी पारी खेली थी.
वर्ल्ड कप में पहला दोहरा शतक
क्रिस गेल वर्ल्ड कप में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले क्रिकेटर बने. उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 147 गेंदों में 215 रनों की पारी खेली. हालांकि, क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उनकी ही टीम के खिलाफ न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल नाबाद 237 रन बनाकर ये कारनामा करने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए. इसके साथ गुप्तिल ने वर्ल्ड कप में सर्वाधिक निजी स्कोर का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. इसके अलावा किसी वर्ल्ड कप में सर्वाधिक छक्के जड़ने का रिकॉर्ड फिलहाल क्रिस गेल के नाम है. वे 26 छक्कों के साथ सबसे आगे हैं. हालांकि, गेल की टीम अब वर्ल्ड कप से बाहर हो गई है, ऐसे में साउथ अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (20) ये रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड मैथ्यू हेडन के नाम था उन्होंने 2007 वर्ल्ड कप में 18 छक्के जड़े थे.
वर्ल्ड कप में किसी टीम का सबसे बड़ा स्कोर
पर्थ के मैदान में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 417 रन बनाए. यह वर्ल्ड कप के इतिहास में किसी भी टीम द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है. इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के नाम था, जिसने 2007 में बरमुडा के खिलाफ 5 विकेट पर 413 रन बनाए थे. अफगानिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया मुकाबले में एक और रिकॉर्ड बना. मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को 275 रनों से हराया, रनों के लिहाज से वर्ल्ड कप में यह सबसे बड़ी जीत है.
एबी डिविलियर्स ने बनाए सबसे तेज 150 रन बनाए
दक्षिण अफ्रीकी टीम के कप्तान एबी डिविलियर्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 66 गेंदों में नाबाद 162 रनों की पारी खेलकर कई रिकॉर्ड ध्वस्त कर डाले. इस दौरान वह क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज 150 रन बनाने वाले क्रिकेटर बन गए. यह उनके वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. उनकी इस पारी के बूते दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड कप में पहली बार 400 के आंकड़े को पार किया.
टिम साउदी ने बनाए ये रिकॉर्ड
वर्ल्ड कप में एक पारी में बेस्ट बॉलिंग फिगर का रिकॉर्ड भले ही ग्लेन मैक्ग्रा के नाम पर दर्ज हो लेकिन टिम साउदी ने इंग्लैंड के खिलाफ 7 विकेट लेते ही कई रिकॉर्ड्स बना डाले. वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड की ओर से यह बेस्ट बॉलिंग फिगर है. साउदी ने इस मैच में 9 ओवर में 33 रन देकर 7 विकेट झटके. वर्ल्ड कप में यह तीसरा बेस्ट बॉलिंग फिगर है. 7 ओवर में 15 रन देकर 7 विकेट ग्लेन मैक्ग्रा ने 2003 वर्ल्ड कप में लिया था, दूसरे नंबर पर भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ही है. एंडी बिकेल ने 2003 वर्ल्ड कप में ही 10 ओवर में 20 रन देकर 7 विकेट झटके थे. न्यूजीलैंड की ओर से वनडे इंटरनेशनल में यह बेस्ट बॉलिंग फिगर है.
एक मैच में 6 कैच
पाकिस्तानी विकेटकीपर सरफराज अहमद ने दक्षिण अफ्रीका पर मिली अप्रत्याशित जीत में छह कैच के रिकॉर्ड की बराबरी की. एक वनडे मैच में छह बल्लेबाजों को पवेलियन भेजने वालों में ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट, भारत के महेंद्र सिंह धोनी, दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर और क्विंटन डिकॉक, वेस्टइंडीज के रिडले जैकब्स, इंग्लैंड के एलेक स्टीवर्ट, जोस बटलर, मैट प्रायर और स्कॉटलैंड के मैथ्यू क्रास शामिल हैं.
बांग्लादेश के महमुदुल्लाह ने जड़े लगातार दो शतक
टूर्नामेंट के लीग स्टेज में बांग्लादेश के बल्लेबाज महमुदुल्लाह ने इंग्लैंड के खिलाफ 103 रनों की पारी खेली. वर्ल्ड कप में यह किसी भी बांग्लादेशी क्रिकेटर द्वारा बनाए गया पहला शतक था. महमुदुल्लाह ने यहीं नहीं रुके, उन्होंने अगले ही मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी शतक जड़ डाला.
किसी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर का सबसे तेज शतक
ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल ने सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) पर श्रीलंका के खिलाफ 51 गेंदों पर शतक पूरा किया. यह विश्व कप इतिहास का दूसरा सबसे तेज और ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे तेज शतक है. मैक्सवेल ने अपने करियर के पहले शतक की राह में पहले तो 26 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया और फिर 51 गेंदों पर 100 के आंकड़े तक पहुंचे. आयरलैंड के केविन ओ ब्रायन के नाम 50 गेंदों पर शतक लगाने का रिकॉर्ड है.