वर्ल्ड कप से पहले हर क्रिकेट प्रेमी के पास उमेश यादव के लिए सुझाव थे. कुछ क्रिकेट जानकारों का यह भी मानना था कि इस खिलाड़ी के चयन पर टीम इंडिया मैनेजमेंट को गंभीरता से सोचना चाहिए. पर धोनी ने इस गेंदबाज पर भरोसा दिखाया और उमेश यादव सेमीफाइनल में उसपर खरे भी उतरे.
सेंचुरी जड़ स्मिथ ने भारतीयों को किया सन्न
सेमीफाइनल मुकाबले में उमेश यादव ने 9 ओवर में 72 रन खर्चकर 4 विकेट झटके. भले ही इकॉनिमी रेट के मामले में वो पिछड़ गए पर अहम मौकों पर विकेट झटकर उन्होंने भारतीय टीम की मैच में वापसी कराई.
उमेश यादव ने मैच के चौथे ही ओवर में भारत को पहली सफलता दिलाई. उन्होंने डेविड वार्नर को अपना शिकार बनाया. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरे विकेट के लिए स्मिथ और फिंच की 182 रनों की साझेदारी को तोड़ा. उन्होंने स्मिथ को 105 रन पर चलता किया. उमेश यादव ने एरॉन फिंच और जेम्स फॉकनर को भी पवेलियन लौटाया.
अगर उमेश यादव अच्छी गेंदबाजी नहीं करते तो ऑस्ट्रेलिया 350 का स्कोर पक्का पार करता. दूसरे स्पेल में उनकी सटीक गेंदबाजी ने भारतीय टीम के लिए परेशानियां कुछ हद तक कम तो की.