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वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से जीतेगा PAK, ये रही पांच वजहें

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के तीसरे क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच शुक्रवार को खेला जाना है. इस मैच में भले ही ऑस्ट्रेलिया को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा हो लेकिन पाकिस्तान को हल्के में नहीं लिया जा सकता.

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पाकिस्तानी क्रिकेट टीम
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के तीसरे क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच शुक्रवार को खेला जाना है. इस मैच में भले ही ऑस्ट्रेलिया को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा हो लेकिन पाकिस्तान को हल्के में नहीं लिया जा सकता. हम आपको पांच ऐसी वजहें बता रहे हैं कि क्यों पाकिस्तान ये मैच अपने नाम करेगा और सेमीफाइनल में जगह बनाएगा.

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शुक्रवार का 'फेर'
पाकिस्तान शुक्रवार को जब भी खेलने उतरता है, विरोधी टीम पर इसका मनोवैज्ञानिक असर जरूर पड़ता है. शुक्रवार जुम्मे का दिन होता है और इस दिन पाकिस्तान को हराना हमेशा से मुश्किल रहा है. वर्ल्ड कप की बात करें तो पाकिस्तान ने अभी तक 70 वर्ल्ड कप मैच खेले हैं जिनमें 40 जीते और 28 गंवाए हैं जबकि दो मैच का नतीजा नहीं आया. इस दौरान चार बार ऐसा हुआ है कि मैच शुक्रवार को हुए. इन चार में से पाकिस्तान महज एक बार हारा है. शुक्रवार को पहली बार वर्ल्ड कप में पाकिस्तान 1987 में खेला था. वेस्टइंडीज के खिलाफ 16 अक्टूबर को खेले गए इस मैच में पाकिस्तान ने रोमांचक तरीके से 1 विकेट से जीत दर्ज की थी. पाकिस्तान ने ये मैच हारते हारते जीता था. उस समय वेस्टइंडीज को हराना किसी भी टीम के लिए काफी मुश्किल था. इसके बाद हालांकि वेस्टइंडीज ने कुछ दिन बाद ही पाकिस्तान को शुक्रवार के दिन ही हराया था. लेकिन वो एकमात्र ऐसा मौका था जब वर्ल्ड कप में पाकिस्तान शुक्रवार को हारा था. इसके बाद 1999 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान ने दो मैच शुक्रवार को खेले और दोनों ही जीते. 28 मई को पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को 62 रनों से और फिर जिंबाब्वे को 148 रनों से हराया था. शुक्रवार को पाकिस्तानी क्रिकेट का दिन मानते हैं.

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दोनों खिलाड़ियों के कॉन्फिडेंस में जमीन आसमान का फर्क
‘वे बेहतरीन क्रिकेट खेल सकते हैं. मैंने पहले भी देखा है लेकिन वे अपने पैरों पर कुल्हाड़ी भी उतनी ही तेजी से मारते हैं. यही कारण है कि पाकिस्तानी टीम इतनी खतरनाक है , खासकर नॉकआउट मैचों में. उनके पास कुछ मैच विनर हैं और एक बार फॉर्म में आने पर उन्हें रोकना मुश्किल होता है.’
शेन वाटसन, ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर

‘मुझे लगता है कि दबाव उन पर होगा लिहाजा हम पॉजिटिव क्रिकेट खेलकर इसे बढ़ाने की कोशिश करेंगे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारे मैच हमेशा करीबी रहे हैं. यूएई में हमने उन्हें टेस्ट सीरीज में हराया था. हमारे पास भी बाएं हाथ के तीन तेज गेंदबाज है लिहाजा हम उनकी मदद से तैयारी कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया का तेज गेंदबाजी आक्रमण मजबूत है लेकिन हमारी तैयारी भी पुख्ता है.’
सरफराज अहमद, पाकिस्तानी बल्लेबाज

वर्ल्ड कप में 'हेड टू हेड'
ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के खिलाफ 92 में से 57 मैच जीते हैं जबकि 31 बार ही पाकिस्तान जीत पाया है. लेकिन वर्ल्ड कप का क्वार्टर फाइनल है, लिहाजा बात भी वर्ल्ड कप की ही होनी चाहिए. वर्ल्ड कप में दोनों टीमें 8 बार भिड़ी हैं और दोनों ने ही चार चार मैच जीते हैं. 1979, 1992, 1999 और 2011 में पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत चुका है. 2003 के बाद से ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से जीत नहीं सका है. 2007 में दोनों टीमें भिड़ी ही नहीं जबकि 2011 में पाकिस्तान ने जीत हासिल की. अब इसे देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि कंगारुओं को पाकिस्तान से संभल कर रहना होगा.

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मौजूदा वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का ग्राफ
इस वर्ल्ड कप में परफॉर्मेंस के आधार पर पाकिस्तानी टीम का ग्राफ जहां नीचे से ऊपर गया है वहीं ऑस्ट्रेलिया का ग्राफ ऊपर से नीचे आया है. पाकिस्तान ने शुरुआती दो मैच गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीका समेत जिंबाब्वे, यूएई और आयरलैंड को बड़ी ही आसानी से हराया. पाकिस्तान ने गजब का आक्रमक खेल दिखाया है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. लीग राउंड में ऑस्ट्रेलिया ने भले ही एक मैच हारा हो लेकिन उसे जीत के लिए संघर्ष करना पड़ा है. ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका और स्कॉटलैंड ने अच्छी टक्कर दी थी. तो पाकिस्तान का बढ़ता और ऑस्ट्रेलिया का गिरता ग्राफ भी पाकिस्तान के पक्ष में जाता है.

खिलाड़ियों का प्रदर्शन
इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में एक भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज शामिल नहीं है. पाकिस्तान के कप्तान मिसबाह उल हक इस लिस्ट में आठवें नंबर पर हैं. ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि बल्लेबाजी के मामले में पाकिस्तान की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है. गेंदबाजी की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क के अलावा और कोई भी गेंदबाज कुछ ज्यादा प्रभावित नहीं कर सका है. जबकि पाकिस्तान की ओर से वहाब रियाज, सोहैल खान ने शानदार गेंदबाजी की है. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में आक्रमकता भी कम नजर आई है जबकि पाकिस्तान ने टूर्नामेंट में जबसे वापसी की है तबसे उनका अंदाज बिल्कुल बदला बदला सा नजर आ रहा है.

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