बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया ने वनडे सीरीज 2-1 से गंवा दी. आखिरी मैच की जीत क्रिकेट फैन्स को कुछ तसल्ली तो दे गई लेकिन कुछ ऐसे बड़े सवाल जहन में छोड़ गई जिसका जवाब आने वाले कुछ दिनों में शायद मिल जाए. टीम में सब ठीक नहीं है और इसका नजारा वनडे सीरीज के दौरान देखने को मिला.
बांग्लादेश ने शानदार क्रिकेट खेला इसमें कोई शक नहीं लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि टीम इंडिया ने अपनी गलतियों की वजह से यह सीरीज गंवाई. टीम इंडिया की हार के पांच बड़े कारण थे-
1- टीम में फूट- सीरीज के पहले मैच से खिलाड़ियों के बीच तालमेल की कमी नजर आई. टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली दोनों ने इशारों में ड्रेसिंग रूम के माहौल सही नहीं होने की बात कही. कोहली ने तीसरे वनडे से पहले कहा कि विश्वास के साथ कुछ फैसले नहीं लिए गए जिसके चलते टीम को नुकसान पहुंचा. वहीं धोनी ने दूसरे वनडे के बाद कहा था कि मेरी परेशानी कप्तानी नहीं ड्रेसिंग रूम का माहौल है.
2- विराट कोहली की गैरजिम्मेदाराना बल्लेबाजी- पूरी सीरीज में विराट कोहली का बल्ला ढंग से नहीं चला. विराट इस सीरीज के दौरान काफी चर्चा में रहे. पहले, दूसरे और आखिरी वनडे में विराट के आउट होने में गेंदबाज से ज्यादा उनका खुद का योगदान था. इसके अलावा दूसरे वनडे मैच में विराट एक फ्री हिट गेंद पर डिफेंसिव शॉट खेलते नजर आए. ऐसे में विराट का रोल इस हार में काफी बड़ा नजर आया.
3- टीम कॉम्बिनेशन- धोनी एक ऐसे कप्तान हैं जिन्हें प्लेइंग इलेवन से छेड़छाड़ करना कम ही भाता है. इस सीरीज में हर मैच में प्लेइंग इलेवन में बदलाव नजर आया. पहले मैच में अजिंक्य रहाणे थे तो दूसरे में उनकी जगह अंबाती रायडू आए. तीसरे और आखिरी मैच में भी प्लेइंग इलेवन में दो बदलाव किए गए. आखिरी मैच में रविंद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार को प्लेइंग इलेवन से हटाया गया.
4- तेज गेंदबाजी पर 'माथापच्ची'- पूरी सीरीज के दौरान टीम इंडिया अपने तेज गेंदबाजों से परेशान रही. मोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और स्टुअर्ट बिन्नी सबने धोनी का सिरदर्द बढ़ाया. धवल कुलकर्णी कुछ हद तक सफल रहे लेकिन वो भी बहुत कुछ खास नहीं कर सके. तेज गेंदबाजी धोनी का इतना बड़ा सिरदर्द बन चुकी है कि उन्होंने आखिरी मैच के बाद कहा कि अब इस बात पर फैसला लेने का समय आ गया है कि हमें तेज गेंदबाज चाहिए या अच्छे. तेज गेंदबाज पूरी सीरीज में काफी महंगे साबित हुए.
5- बेदम बल्लेबाजी- आखिरी मैच को छोड़ दें तो पहले के दोनों मैच में टीम इंडिया की बल्लेबाजी औसत दर्जे से भी गई गुजरी रही. धोनी और शिखर धवन को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सका. बांग्लादेश के खिलाफ साझेदारी बनते ही टूट जा रही थी. एक बल्लेबाज ने अगर छोर संभाले रखा तो दूसरे छोर से विकेट गिरते जा रहे थे. अब इस बेदम बल्लेबाजी के साथ तो बांग्लादेश के खिलाफ हार निश्चित ही थी.