भारत-ऑस्ट्रेलिया के मैच में ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग के दौरान भारतीयों के चेहरे का रंग पल-पल बदलता रहा. कभी तो भारतीय प्रशंसक सन्नाटे में आ जाते थे तो कभी खुशी के मारे चीख पड़ते थे. जब मैच शुरू हुआ तो दर्शक बहुत उत्साहित थे और उन्हें लग रहा था कि भारतीय गेंदबाज कुछ कमाल करेंगे. लेकिन उनके ओपनिंग बैट्समैन जब मारने लगे तो सभी चुप हो गए. लेकिन तुरंत ही ऑस्ट्रेलिया को झटका लगा और धुआंधार खिलाड़ी डेविड वार्नर एक छक्का और एक चौका लगाकर उमेश यादव की गेंद पर आउट हो गए. इसके बाद तो भारतीय प्रशंसकों का जोश और बढ़ गया. लोग घरों से निकलने लगे और उन्हें लगा कि ऑस्ट्रेलिया अब काबू में आ जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
फिंच और स्टीव स्मिथ की जोडी़ ने जमकर बल्लेबाजी की और एक बड़ी साझेदारी की तरफ बढ़ने लगे. इसके बाद तो सन्नाटा ही छा गया. दर्शक अपने-अपने काम में लग गए. हालत इतनी बिगड़ गई कि अधिकतर लोगों ने टीवी के पास से हटना ही बेहतर समझा. दोनों ने चौकों-छक्कों की झड़ी लगा दी और 184 रनों की साझेदारी की. इस दौरान भारतीय प्रशंसक चुप हो गए.
लेकिन उमेश यादव ने सेंचुरियन स्मिथ को आउट कर दिया. उसके बाद तो फिर से भारतीयों में जोश आ गया. लोग फिर से टीवी के सामने जमने लगे. इसके तुरंत ही बाद धुआंधार खिलाड़ी मैक्सवेल ने चौके-छक्के लगाने शुरू कर दिए तो भारतीय दर्शक फिर निराश होने लगे लेकिन अश्विन ने उसे आउट करके तो दर्शकों में उम्मीद की किरण जगा दी. लोग उत्साहित हो गए और बहुत से लोग तो अपने शरीर पर भारत का तिरंगा पेंट कराने तक लग गए. उसके तुरंत बाद ही फिंच आउट हो गए और मैच में जान आ गई. लोगों को लगा कि अब मैच हाथ में आ रहा है. लोग खुशी से चीखने लगे.
कप्तान माइकल क्लार्क के आउट होने के बाद तो दर्शकों को ऐसा लगा कि अब मैच काबू में है और लोग टीवी से चिपक गए. थोड़ी ही देर में फॉकनर आउट हुए तो और जोश देखने को मिला. लेकिन उधर इन फॉर्म वाटसन ने लंबे हाथ दिखाने शुरू किए तो लगा कि ऑस्ट्रेलिया आसानी से 300 पार कर जाएगा. लेकिन 28 रन पर उनके आउट होते ही भारतीय फिर से जोश में आ गए. लेकिन फॉकनर ने 12 गेंदों में 21 रन मारकर भारतीयों के चेहरे की रंगत बदल दी. लेकिन उमेश यादव ने फिर भारतीयों के चेहरे पर मुस्कुराहट लौटा दी और उन्हें पलेवियन भेज दिया. इसके बाद तो भारतीय के चेहरे की रंगत फिर वापस आ गई.
लेकिन जॉनसन और हैडिन ने फिर मुस्कान छीन ली और दोनों चौकों की बरसात कर दी. जॉनसन ने मैच के सेकेंड लास्ट गेंद पर छक्का मारकर भारतीयों को फिर से निराश कर दिया. ऑस्ट्रेलिया के 328 के स्कोर से भारतीयों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगीं. यह बड़ा स्कोर है और उससे भी बड़ी बात यह रही कि भारत इस वर्ल्ड कप में पहली बार अपने प्रतिद्वंद्वी को आउट नहीं कर पाई. इस बात से दर्शक निराश थे.