अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी इस महीने की 27 तारीख को भारत आ रहे हैं. एक अंग्रेजी अखबार के सूत्रों के मुताबिक अन्य मसलों के अलावा बहुत संभव है कि क्रिकेट भी उनके एजेंडे में शामिल है. अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड उम्मीद कर रहा है कि अपने दौरे के दौरान राष्ट्रपति गनी भारत को अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का होम ग्राउंड बनाने के लिए राजी करेंगे. यह मांग 2013 में भी की गई थी. अफगान बोर्ड चाहता है कि दिल्ली स्थित फिरोज शाह कोटला को उनका होम ग्राउंड बनाया जाए.
भारत की ही तरह अफगानिस्तान के लोगों की रगों में भी क्रिकेट रचा बसा है, यह बात उन्होंने 2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान प्रदर्शित भी किया है. इसके अलावा अफगान बोर्ड भविष्य की अपनी क्रिकेट योजनाओं के लिए बीसीसीआई को बतौर सलाहकार भी चाहता है. वह चाहता है कि बीसीसीआई अपने अनुभवों को साझा करने के साथ ही उदयीमान क्रिकेटरों को संवारने में भी उसकी मदद करे. फिलहाल अफगानिस्तान की टीम शारजाह के मैदान का इस्तेमाल कर रही है.
सूत्र के मुताबिक 2015 वर्ल्ड कप से पहले राष्ट्रपति गनी ने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को नाश्ते पर बुलाया था और उस मीटिंग के दौरान ही उन्होंने देश में क्रिकेट के उत्थान के लिए हर संभव मदद की पेशकश की थी. यह जानते हुए कि क्रिकेट के क्षेत्र में भारत की मदद लेने का मामला बहुत समय से लंबित है और पहले भी यह कई बार चर्चा का विषय रहा है, राष्ट्रपति ने खिलाड़ियों को भारत दौरे के दौरान इस मसले पर बात करने का आश्वासन दिया था.
अफगानिस्तान टीम के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान भी खेलना चाहते थे लेकिन उन्हें अब तक कोई खरीदार नहीं मिल सका है.
अफगान क्रिकेट बोर्ड प्रमुख ने मांगी भारत से मदद
अफगान क्रिकेट बोर्ड के मैनेजर बशीर स्तानेकजाई बताते हैं कि उनका देश भारतीय खिलाड़ियों को उच्च स्तर पर रखता है और इसी वजह से भारत की तरफ से मदद की उम्मीद कर रहा है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अगले हफ्ते भारत दौरे के दौरान संभवतः इस मसले पर बात करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘यदि भारत हमें एक होम ग्राउंड देता है तो यह हमारे क्रिकटरों के लिए बहुत बड़ी मदद होगी. हमारे खिलाड़ी अच्छे हैं, बस उन्हें कैंप के जरिए सुविधाओं और एक्सपोजर की जरूरत है. युवाओं को भारत में अभ्यास का मौका मिला तो वो नजर में आएंगे और उन्हें आईपीएल की टीम में मौका भी मिल सकता है. इसके अलावा, हमें बीसीसीआई से अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीकी सहायता की भी दरकार है.’
आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला से जब यह बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘भारत चाहता है कि अफगानिस्तान में क्रिकेट का विकास हो. इससे पहले भी जब-जब उन्होंने हमसे सहायता मांगी, हमने बढ़ चढ़कर साथ दिया है.’