दिग्गज क्रिकेटर भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को महाराष्ट्र का ‘टाइगर एम्बैसेडर’ बनाया गया है. वह महाराष्ट्र की लुप्त होती बड़ी धारीदार वाले बाघ की प्रजाति को बचाने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे.
सचिन ने जताई थी इच्छा
सचिन ने 13 अगस्त को महाराष्ट्र के वित्त एवं वन मंत्री सुधीर मुंगांतिवार को पत्र लिखकर राज्य में बाघों के संरक्षण और सुरक्षा के कार्य में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी. बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन द्वारा टाइगर एंबेसेडर बनने के लिए हामी भरने के तीन दिन बाद सचिन ने यह पत्र लिखा.
चिट्ठी लिखकर किया अनुरोध
सचिन ने लिखा, ‘बाघ परियोजना में किए जा रहे प्रयासों के लिए मैं आपकी टीम की तारीफ करता हूं और मुझे इस बात से खुशी होगी अगर मैं आपसे इस बारे में मुलाकात कर सकूं. मैं हमेशा से ही बाघ संरक्षण के बारे में चिंतित रहा हूं और मुझे याद है कि मैंने अपना एक टेस्ट शतक इस परियोजना की जागरुकता के लिए समर्पित किया था.’
अमिताभ भी हैं एम्बैसेडर
मुंगांतिवार ने पिछले मंगलवार को बच्चन को अपने निवास में टाइगर एम्बैसेडर के तौर पर नई वास्तविक जीवन की भूमिका के तौर तरीकों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया था. अमिताभ ने इस मौके पर कहा, ‘मेरे सोशल मीडिया पर 4.2 करोड़ प्रशंसक हैं और मैं आश्वस्त हूं कि ये प्रशंसक टाइगर एम्बैसेडर के तौर पर मेरे नए किरदार को समझेंगे और सराहेंगे. महाराष्ट्र प्रकृति और वन्य जीवों के संसाधनों का धनी है और इसकी जानकारी कम ही लोगों को है.’
6 अभ्यारण्य है महाराष्ट्र में
महाराष्ट्र में 6 बाघ अभ्यारण्य हैं, जिनमें से पांच विदर्भ (पूर्वी क्षेत्र) में हैं और एक पश्चिम घाट के साहयाद्री पर्वत श्रृखंलाओं में स्थित है. इसके अलावा मध्य प्रदेश में चार, छत्तीसगढ़ में तीन और तेलंगाना में एक बाघ अभ्यारण्य है. राज्य सरकार ने सभी चार राज्यों में बाघों के संरक्षण के लिए बेहतर कामकाज हेतु केंद्र सरकार से विशेष वित्तीय मदद मांगी है. भारत में साल 2010 में बाघों की संख्या 1,706 थी और वर्तमान में 2,226 हैं.