एयर इंडिया ने मंगलवार (14 फरवरी) को अमेरिका की बोइंग और यूरोपीय कंपनी एयरबस के साथ अरबों डॉलर की डील की. इस डील के मुताबिक एयरइंडिया को आने वाले समय में 470 एयरक्राफ्ट हासिल होने जा रहे हैं. जहां फ्रांस की एयरबस से एयर इंडिया को 250 नए एयरक्राफ्ट मिलेंगे, वहीं बोइंग से उसने 220 विमानों का समझौता किया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस डील का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय कंपनी के आदेश से अमेरिका में 10 लाख नौकरियां आएंगी. बाइडेन के बयान से पता चलता है कि भारत किस तरह दुनिया की एक बड़ी महाशक्ति बनने की ओर है. व्हाइट हाउस ने जो बाइडेन का एक बयान जारी करते हुए कहा, 'इस खरीद से 44 राज्यों में दस लाख से अधिक नौकरियां पैदा होंगी और कई लोगों को को चार साल की कॉलेज की डिग्री की आवश्यकता नहीं होगी. यह घोषणा अमेरिका-भारत आर्थिक साझेदारी की ताकत को भी दर्शाती है.'
इस डील को लेकर भारत की जय जयकार हो रही है और पूरी दुनिया भारत की बढ़ती हुई ताकत का लोहा मान रही है. मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले ने कहा, ' मैंने कल्पना नहीं की थी कि एक दिन ऐसा आएगा जब एक अमेरिकी राष्ट्रपति एक बयान जारी करेगा कि एक भारतीय कंपनी द्वारा दिए गए आदेश से अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख नौकरियां आएंगी.
I hadn't imagined a day would come when an American President would issue a statement that an order placed by an Indian company would lead to "one million American jobs over 44 states..."
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) February 14, 2023
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस डील के लिए भारत की खूब सराहना की है. बयान में कहा गया, 'अमेरिका मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है. मुझे आज एयर इंडिया और बोइंग के बीच एक ऐतिहासिक समझौते के तहत 200 से अधिक अमेरिकी निर्मित विमानों की खरीद की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है.'
पीएम मोदी ने की बाइडेन से बातचीत
इसके अलावा बाइडेन ने अपने बयान में वैश्विक चुनौतियों का सामना करने और लोगों के लिए समृद्ध भविष्य बनाने के लिए आपसी संबंधों को और गहरा करने पर बल दिया. एयर इंडिया-बोइंग सौदे को लेकर पीएम मोदी ने 14 फरवरी को जो बाडेन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के मजबूत होने पर संतोष व्यक्त किया था.
टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. इस अधिग्रहण के बाद टाटा समूह एयर इंडिया को आगे बढ़ाने के लिए उचित कदम उठा रही है. एयर इंडिया ने इससे पहले आखिरी बार 111 विमानों की खरीद का ऑर्डर 2005 में दिया था. टाटा समूह ने 27 जनवरी को एयर इंडिया के अधिग्रहण के एक साल पूरे किए थे.