भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने रविवार को आजतक से खास बातचीत ऋषभ पंत की बल्लेबाजी को लेकर बड़ा खुलासा किया. सिडनी में (97) और ब्रिस्बेन (नाबाद 89) में ऋषभ पंत की बेहतरीन पारियों के बारे में रहाणे ने कहा, 'ऋषभ पंत को कहा गया था कि आप सिर्फ अपना नेचुरल खेल खेलो और बाकी किसी चीज की टेंशन मत लो. जैसे आप खुलकर बैटिंग करते हो वैसा ही खेलो.'
अजिंक्य रहाणे ने चेतेश्वर पुजारा की बहादुरी की भी तारीफ की, जिन्होंने सिडनी और ब्रिस्बेन में अपने शरीर पर ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक का हमला झेला. सिडनी टेस्ट में पुजारा ने 50 और 77 रनों की पारियां खेलीं, जबकि ब्रिस्बेन के निर्णायक टेस्ट मैच में उन्होंने दूसरी पारी में 56 रनों की पारी खेलकर टीम की सीरीज जीत में अहम योगदान दिया.
पुजारा की तारीफ करते हुए रहाणे ने कहा, 'हमारे लिए पुजारा सिडनी और ब्रिस्बेन में काफी अहम रहे. उन्होंने पूरे संयम और एकाग्रता के साथ बल्लेबाजी की और विकेट नहीं गिरने दिए.' चेतेश्वर पुजारा टीम इंडिया की दीवार बने रहे. पुजारा ने अपनी छाती पर कमिंस, स्टार्क और हेजलवुड की गेंदें खाईं, लेकिन फिर भी क्रीज पर डटे रहे. चेतेश्वर पुजारा ने एक छोर संभाले रखा और विकेट नहीं गिरने दिए. इसका फायदा शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने उठाया और खुलकर बैटिंग की.
कप्तानी पर क्या बोले रहाणे?
भारत और विदेशों के कई पूर्व क्रिकेटरों ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी की तारीफ की और उन्हें विराट कोहली की जगह परमानेंट टेस्ट कप्तान बनाने की मांग की है, लेकिन रहाणे की राय बिलकुल अलग है. अजिंक्य रहाणे का कहना है कि कप्तानी को लेकर उनके और विराट कोहली के बीच कोई टक्कर नहीं है.
'आजतक' के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में रहाणे ने कहा, 'टेस्ट में कप्तानी को लेकर मेरे और विराट कोहली के बीच में कोई मुकाबला नहीं है. जब विराट कप्तान होते हैं, तो उनका मकसद होता है टीम इंडिया को जीत दिलाना. जब मैं कप्तान बना तो मैंने भी वही किया जो विराट कोहली बतौर कप्तान करते थे.'