भारतीय टीम के ओपनर मयंक अग्रवाल को साउथ अफ्रीका दौरे पर भरपूर मौके मिले, लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा सके हैं. उनका विदेशी जमीन पर टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड अच्छा नहीं है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत अगरकर ने भी इसकी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि मयंक की तकनीक में कुछ खामियां हैं.
मयंक ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट की 6 पारियों में 22.50 की बेहद खराब औसत से सिर्फ 135 रन ही बनाए हैं. जबकि सीरीज की शुरुआती पारियों में मयंक अग्रवाल को अच्छी शुरुआत मिली थी, लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा सके. तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में कैगिसो रबाडा ने मयंक को शानदार बॉल पर शिकार बनाया.
मयंक टीम इंडिया के तीसरे या चौथे ओपनर
तीसरे टेस्ट में आउट होने को लेकर अजीत अगरकर ने न्यूज 18 से कहा कि वे उस बॉल को थोड़ी देरी से खेल सकते थे, क्योंकि वह ऑफ स्टंप के बाहर गुड लेंथ पर थी. टप्पा खाने के बाद वह थोड़ी सी स्विंग हुई और उसमें बाउंस भी था. मयंक ने विदेशी जमीन पर बहुत कम क्रिकेट खेली है, क्योंकि वे टीम इंडिया के तीसरे या चौथे ओपनर हैं.
बार-बार एक ही तरीके से आउट हो रहे मयंक
अजीत अगरकर ने कहा कि मयंक ने मौके को गंवाया है, क्योंकि उन्होंने सीरीज का आगाज शानदार तरीके से किया था. हालांकि जब रबाडा जैसा गेंदबाज फॉर्म में हो तो टिकना मुश्किल है, लेकिन मयंक की टेक्नीक में कुछ कमी है. वे एक ही तरीके से बार-बार आउट हो रहे हैं. खासकर विदेशी जमीन पर वे एक्सपोज हो गए हैं.
मयंक का घर और बाहर प्रदर्शन
मयंक ने अपने घर में शानदार प्रदर्शन किया है. घरेलू टेस्ट में मयंक का एवरेज 83.90 का है. उन्होंने घर में 7 टेस्ट में 839 रन बनाए हैं, जबकि विदेशी परिस्थितियों में स्थिति बिल्कुल उलट है. विदेशी जमीन पर खेलते हुए मयंक ने 12 टेस्ट में 25.65 की खराब औसत से सिर्फ 590 रन बनाए हैं. मयंक ने विदेश में 14 पारियों में सिर्फ एक फिफ्टी ही लगाई है.