आईपीएल 2016 के मैचों को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को बड़ा फैसला दिया है. कोर्ट ने कहा कि महाराष्ट्र में 30 अप्रैल के बाद आईपीएल के मैच नहीं हो पाएंगे. बीसीसीआई के मुताबिक 30 अप्रैल के बाद फाइनल समेत कुल 13 मैच महाराष्ट्र में आयोजित होने वाले थे. राज्य में सूखे को लेकर इन मैचों का विरोध हो रहा था.
सूखा पीड़ित इलाकों को पानी की बड़ी जरूरत
मामले में सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट में राज्य सरकार ने बीसीसीआई की ओर से पानी को लेकर किए गए वादे की निगरानी करने का भरोसा दिलाया है. बीसीसीआई की ओर से कोर्ट में कहा गया कि मैच को बाहर ले जाने से उन्हें बड़ा नुकसान होगा. इस पर कोर्ट ने कहा कि यह सही है कि मैच को शिफ्ट किया जाना मामले का स्थायी हल नहीं है, लेकिन पानी को सूखा पीड़ित इलाकों में भेजे जाने से लोगों को बड़ी राहत मिल सकेगी.
जागरूक होकर करनी होगी किसानों की मदद
आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने इस फेसल के बाद कहा कि महाराष्ट्र में पिछले दो साल से सूखे की समस्या है. हमें जागरूक होकर किसानों की मदद करनी होगी. आईपीएल की एक टीम की मालिक प्रीति जिंटा ने किसानों की मदद की पेशकश की थी. इसके पहले मुंबई और पुणे टीम ने भी सूखा पीड़ित इलाकों के लिए 5-5 करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी.
मैच को बाहर ले जाएगी बीसीसीआई
एमसीए प्रेसिडेंट अजय शिर्के ने कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि अभी हमने इस मसले पर कोई चर्चा नहीं की है. इसके पहले कोर्ट ने मंगलवार को बीसीसीआई से पूछा था कि क्या वह पुणे से आईपीएल मैच हटाकर कहीं और करा सकता है? कोर्ट ने बोर्ड को बुधवार तक जवाब देने के लिए कहा था. इसके बाद बीसीसीआई महाराष्ट्र से आईपीएल मैचों को हटाने की तैयारी में लग गई है. उसने कानपुर, रांची और इंदौर को मैचों के लिए तैयार रहने के लिए अलर्ट किया है. महाराष्ट्र में 30 अप्रैल के बाद नागपुर में तीन, पुणे में छह और मुंबई में चार मैच खेले जाने हैं.
पंजाब भी ज्यादा मैचों के लिए तैयार
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नौ क्रिकेट मैच पुणे और आठ मुंबई में खेले जाएंगे. तीन मैच नागपुर में आयोजित किए जाएंगे. बीसीसीआई के वकील ने कोर्ट को बताया कि मुंबई में आठ में से एक मैच पहले ही आयोजित किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि अगर हाई कोर्ट कहता है तो आईपीएल फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब ने मोहाली या अन्य किसी जगह मैच आयोजित कराने पर सहमति जता दी है.
पानी के इस्तेमाल पर भी कोर्ट ने की खिंचाई
हाई कोर्ट ने पिछली सुनवाई में मैदानों के लिए भारी मात्रा में पानी के इस्तेमाल के लिए बीसीसीआई की काफी खिंचाई की थी. जस्टिस वी एम कनाडे और एम एस कार्णिक की बेंच ने गैर
सरकारी संगठन लोकसत्ता आंदोलन की ओर से दायर जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए यह सवाल किया था. राज्य में सूखे के बावजूद स्टेडियमों में भारी मात्रा में पानी के इस्तेमाल को
चुनौती देने के लिए याचिका दायर की गई थी.