इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने टीम इंडिया में भी विराट बदलाव कर दिया है. अब टीम में पहले वाली बात नहीं रही. सोच, नजरिया, आदत सबकुछ बदल गया है. दरअलस, फिटनेस के उनके अपने फंडे हैं. उनकी फूड हैबिट्स निराली है. पिछले 8 महीनों से वो टीम इंडिया के हर खिलाड़ी के खाने पीने पर भी नजर रख रहे हैं.
दिलचस्प बात यह है कि विराट कोहली ने पिछले दो साल से रोटी, ब्रेड, चावल, मक्कखन, घी जैसी चीजों का सेवन नहीं किया. नाश्ते में वो बादाम, अखरोट, किशमिश और ब्लैक कॉफी लेते हैं. लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 'आज तक' से बातचीत में इस राज पर से पर्दा हटाया है.
टेस्ट क्रिकेट पर राज करने की चाहत
अमित ने कहा, 'पिछले 8 महीने में विराट ने फिटनेस का पूरा फंडा ही बदल दिया है. विराट की तरह ही खिलाड़ी अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं. इससे टीम की फिटनेस में काफी फर्क आया है और खिलाड़ियों की सोच में भी.'
खिलाड़ियों को सौंपा विजन डॉक्युमेंट
घर पर रहकर भी खिलाड़ी विराट के फिटनेस फंडों को फॉलो कर रहे हैं, क्योंकि बात नए सीजन में दुनिया पर राज करने की है. वेस्टइंडीज दौरे के बाद ही विराट ने अपना विजन डॉक्युमेंट खिलाड़ियों को सौंप दी थी. अमित मिश्रा बताते हैं, 'विराट का मकसद वर्ल्ड नंबर बनना भर नहीं है, वो टेस्ट क्रिकेट पर राज करना चाहते हैं. वो चाहते हैं कि हमारी टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बने.
यकीनन विराट चाहते हैं कि टीम इंडिया हर देश में हर परिस्थिति में जीत का परचम फहराये. लेकिन फिलहाल देश में टीम इंडिया को 13 टेस्ट मैच खेलने हैं. शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की सीरीज से हो रही है. 22 सितंबर से होने वाले इस सीरीज में टीम इंडिया पूरा होम एडवांटेज लेना चाहती है. मेहमान टीम को टर्निंग पिच देना चाहती है.
परंपरागत रणनीति अपनाएगी टीम
अमित मिश्रा इसकी हिमायत करते हुए कहते हैं, 'हमें विदेशों में उनकी टीमों के हिसाब की पिच मिलती है. ऐसे में हम भी अपनी परंपरागत रणनीति अपनाएंगे. हमारी पिचों में टर्न रहना लाजिमी है. यहां कि मिट्टी ही ऐसी है. अपने देश में स्पिन हमारी ताकत है. हम ताकत पर ही खेलेंगे. अश्विन-जडेजा और मैं नए सीजन के लिए तैयार हैं.'
अमित मिश्रा विराट के पांच गेंदबाजों की रणनीति का भी खूब समर्थन करते हैं. वो मानते हैं कि पांच गेंदबाजों के खेलने से जीत के लिए 20 विकेट लेना आसान हो जाता है. हालांकि इससे बल्लेबाजी लाइनअप पर दबाव बढ़ जाता है. लेकिन निचले क्रम में अश्विन के साथ-साथ अमित भी बल्ले से बड़ा योगदान देना चाहते हैं.