Andrew Symonds Death: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स का कार एक्सीडेंट में निधन हो गया. क्वींसलैंड पुलिस ने बताया कि यह हादसा शहर से लगभग 50 किलोमीटर वेस्ट के हर्वे रेंज में शनिवार रात करीब 10:30 बजे हुआ था. साइमंड्स अगले ही महीने 9 जून को 47 साल के होने वाले थे.
साइमंड्स ने अपने करियर में 26 टेस्ट, 198 वनडे और 14 टी20 मैच खेले हैं. इसमें उन्होंने टेस्ट में 1462, वनडे में 5088 और टी20 में 337 रन बनाए हैं. साइमंड्स ने IPL में भी डेक्कन चार्जर्स और मुंबई इंडियंस के लिए 39 मैच खेले, जिसमें 974 रन बनाए.
साइमंड्स ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर रहे हैं, लेकिन उनका विवादों से भी गहरा नाता रहा है. उनके करियर में ऐसे कई विवाद हैं, जो दुनियाभर में जाने जाते हैं. पब में झगड़ा करना हो या मैदान पर किसी से उलझना, साइमंड्स के नाम कई विवाद रहे हैं. ऐसा ही एक विवाद 'मंकीगेट' रहा है. इसमें साइमंड्स का हरभजन सिंह से विवाद हुआ था.
सिडनी टेस्ट में साइमंड्स और हरभजन की नोक-झोंक बनी 'मंकीगेट'
दरअसल, यह बात 2007-08 की है, जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी. तब चार टेस्ट की सीरीज का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया ने 337 रन से जीत लिया था. दूसरा मैच सिडनी में 6 जनवरी 2008 से खेला गया. इसी टेस्ट में साइमंड्स बैटिंग कर रहे थे. तभी हरभजन से साइमंड्स की नोक-झोंक हो गई थी. बाद में साइमंड्स ने आरोप लगाया था कि भज्जी ने उन्हें मंकी कहा. इसके बाद हरभजन पर तीन टेस्ट मैचों का प्रतिबंध भी लग गया था.
बीसीसीआई ने दौरा रद्द करने की धमकी भी दी थी
टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से दौरा बीच में छोड़कर वापस आने की नौबत तक आ गई थी. इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने भज्जी के बारे में उल्टी-सीधी बातें लिखी गईं, वहीं बीसीसीआई ने तो दौरे को बीच में ही खत्म करने की धमकी दे डाली. ऐसे में मामला सिडनी कोर्ट तक पहुंच गया. इस फैसले के खिलाफ अपील की गई. अपील में यह फैसला सुनाया गया कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे साबित हो सके कि भज्जी ने रंगभेदी टिप्पणी की थी. हरभजन से तीन टेस्ट मैच का प्रतिबंध हटा दिया गया. यह मामला आज भी 'मंकीगेट' के नाम से जाना जाता है.
सचिन ने भी अपनी आत्मकथा में इसका जिक्र किया
सचिन ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि जब मैं और भज्जी बैटिंग कर रहे थे, तभी मामला गर्माना शुरू हुआ. हरभजन ने 50 रन पूरे किये और साइमंड्स खीज चुके थे. उन्होंने हरभजन सिंह को उकसाना शुरू किया. भज्जी ने कई बार आकर सचिन को बताया कि साइमंड्स उन्हें उकसाने की फ़िराक में लगा हुआ था. तेंदुलकर लगातार उन्हें शांत रहने को कह रहे थे. उनका ध्यान स्कोरबोर्ड पर था और ये क्रूशियल टाइम चल रहा था, क्योंकि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से आगे निकल रही थी और खेल के हिसाब से ये बेहद इम्पॉर्टेन्ट पीरियड था
यहां आने वाला एक-एक रन कीमती था. सचिन को मालूम था कि अगर हरभजन सिंह कंट्रोल गंवा देते हैं तो ऑस्ट्रेलिया अपनी टैक्टिक में कामयाब हो जाएगा, क्योंकि वो कैसे भी ये पार्टनरशिप तोड़ना चाहते थे. इसी दौरान रन लेने के बाद भज्जी ने मजाक में ब्रेट ली की पीठ थपथपाई थी, जिस पर फील्डिंग कर रहे साइमंड्स खीज गए थे. इसी से हरभजन और साइमंड्स के बीच मामला गर्माया था. साइमंड्स ने गालियां देना शुरू किया, तो भज्जी से भी रहा नहीं गया और विवाद इतना बढ़ गया.