श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और क्रिकेट समिति के अध्यक्ष अरविंद डिसिल्वा ने नए अनुबंध का विरोध करने वाले खिलाड़ियों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी नए अनुबंधों का विरोध करने की बजाय प्रदर्शन करने पर जोर दें.
श्रीलंकाई क्रिकेटरों ने अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है. उनका आरोप है कि श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने उन्हें इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं दी कि उनका मूल्यांकन और ग्रेड किस आधार पर तय किया गया. खिलाड़ियों का कहना है कि नए कॉन्ट्रैक्ट में सैलरी को कम कर दिया गया है और प्रदर्शन को ज्यादा महत्व दिया गया है.
श्रीलंकाई टीम का हाल के दिनों में प्रदर्शन भी खराब रहा है. बांग्लादेश के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के दो मुकाबले वह हार चुकी है. अरविंद डिसिल्वा ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ियों को सकारात्मक क्रिकेट खेलना चाहिए और शिकायत करने की बजाय देश के लिए जीतना शुरू करना चाहिए. यह सकारात्मक दृष्टिकोण हमें और लाभ देने पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
'नया वेतन ढांचा बिल्कुल उचित'
डिसिल्वा ने कहा कि खिलाड़ियों के शिकायत करने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि नया वेतन ढांचा बिल्कुल उचित है. समिति ने पहले की तुलना में अतिरिक्त लाभ देकर उनके साथ न्याय किया है, जो प्रदर्शन के आधारित पर है. 1996 विश्व कप फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे अरविंद डिसिल्वा ने कहा कि अगर टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाएगा.
अरविंद डिसिल्वा ने कहा कि यह पूरी टीम द्वारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए. अगर वे टेस्ट सीरीज जीतते हैं तो हम उन्हें 150,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेंगे, जो पहले 50,000 अमेरिकी डॉलर तक सीमित था. सीमित ओवरों की सीरीज जीतने पर हमने उन्हें 75,000 अमेरिकी डॉलर की पेशकश की है, जो पहले 25,000 अमेरिकी डॉलर तक सीमित थी.