क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है इस कहावत के हम कई उदाहरण भद्रजनों के इस खेल में हम देख चुके हैं. ऐसा ही कुछ 1996 वर्ल्ड कप में हुआ था, जब कमजोर मानी जाने वाली टीम केन्या ने वेस्टइंडीज को 73 रनों से शिकस्त देकर पूरे क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया था.
केन्या के पूर्व कप्तान और उस समय टीम के सदस्य रहे आसिफ करीम ने क्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में इस ऐतिहासिक मैच के बारे में बात करते हुए कहा कि ब्रायन लारा का विकेट झटकते ही हमने मैच पर पकड़ बना ली थी. आसिफ करीम वही गेंदबाज हैं जिन्होंने 2003 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उलटफेर की स्थिति बना दी थी, लेकिन कंगारुओं ने ऐसा होने नहीं दिया.
1996 वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली जीत के बारे में आसिफ ने कहा, 'वर्ल्ड क्रिकेट में ये हमारी पहली बड़ी जीत थी. हम केन्याई क्रिकेटरों के लिए कई कैरेबियाई खिलाड़ी प्रेरणा थे. उनकी टीम में कई बड़े नाम थे. माइकल होल्डिंग कमेंटेटर थे और एंडी रॉबर्ट्स टीम मैनेजर थे. उस समय हमारा वेस्टइंडीज को हराना बड़ी बात थी. पूरी दुनिया इसके बारे में बात कर रही थी. सीएनएन पर न्यूज बनना उस समय बड़ी बात थी.'
मैच से पहले की रात...
आसिफ ने बताया वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से पहले हम पटना से पुणे पहुंचे थे. हमने ग्राउंड देखा तक नहीं था, ना प्रैक्टिस की थी. हम वेस्टइंडीज के खिलाफ खेल रहे थे तो हमने सोचा याद के लिए कुछ फोटो क्लिक करवा लेनी चाहिए. वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलना अच्छा होगा और हो सकता है हम में से किसी को लारा का विकेट मिल जाए और हम अपनी आने वाली पीढ़ी को बता सकें कि हमने लारा को आउट किया था.
अपने स्कोर पर हम हंस रहे थे...
मैं इस मैच से पहले चोटिल था, लेकिन मैं यह मैच खेलना चाहता था. इनिंग ब्रेक में हम में से कई फीजियो के साथ बैठे थे और हंस रहे थे. हम सोच रहे थे कि कितने ओवरों में वेस्टइंडीज इस स्कोर को हासिल कर लेगा. किसी ने कहा, 25 या 30 ओवर में या हो सकता है 40 ओवर में. हम सोच रहे थे कि अगर मैच जल्दी खत्म हो गया तो हम होटल लौटकर पुणे में घूमेंगे फिरेंगे.
लारा का आउट होना था टर्निंग प्वाइंट
लारा का आउट होना मैच का टर्निंग प्वाइंट था. उस दिन विकेटकीपर तारिक इकबाल अच्छी कीपिंग नहीं कर पा रहे थे. लेकिन लारा का कैच उन्होंने लपका और इसके बाद वो बिल्कुल अलग इंसान की तरह कीपिंग करने लगे. उन्होंने इसके बाद कुछ शानदार कैच लपके. लारा के आउट होते ही हम अलग ढंग से खेलने लगे.
जब वेस्टइंडीज टीम को होना पड़ा शर्मिंदा...
मैच से पहले रात को मैनेजमेंट ने हमें बताया कि वेस्टइंडीज ने हमारे लिए मैच की रात को डिनर रखा है. वो इस डिनर पर हमारी मेजबानी करने वाले थे. लेकिन मैच के रिजल्ट के बाद यह उनके लिए काफी शर्मिंदगी भरा हो गया था. डिनर की पूरी तैयारी हो चुकी थी. हम उनके चेहरे पर इस हार का गम देख पा रहे थे. वो ऐसी टीम से हार गए थे, जिसके बारे में उन्होंने सुना भी नहीं था. हम अलग ही दुनिया में थे. जो कुछ हुआ था हमें उसपर यकीन नहीं हो रहा था. मुझे नहीं लगता उस रात हम में से कोई भी सो पाया होगा.
2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंदबाजी थी यादगार
2003 वर्ल्ड कप में आसिफ करीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8.2 ओवर में 6 मेडन ओवर फेंके थे और महज 7 रन देकर तीन विकेट झटके थे. हालांकि मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था. इस खास पारी के बारे में आसिफ ने कहा, 'यह मेरे करियर का सेकेंड लास्ट इंटरनेशनल मैच था. मैं 1999 वर्ल्ड कप में रिटायरमेंट लेने के बाद 2003 वर्ल्ड कप में वापस लौटा था. मुझे केन्याई बोर्ड ने बुलाया था. मुझे लगता है कि दो वर्ल्ड कप के बीच एक भी मैच नहीं खेलने वाला मैं इकलौता क्रिकेट हूं. ब्रेट ली के हैट-ट्रिक लेने के बावजूद इस मैच में मुझे मैन ऑफ द मैच चुना गया था.'
2003 में केन्या ने ऑस्ट्रेलिया को 174 रन का लक्ष्य दिया था और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इसे 31.2 ओवर में पांच विकेट गंवाकर हासिल किया था. आसिफ ने इस मैच में रिकी पोंटिंग, डेरेन लेहमन और ब्रैड हॉग को आउट किया था.