इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की एशेज सीरीज की शुरुआत 16 जून ( शुक्रवार) को हो गई. 2021-22 में खेली गई पिछली एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 4-0 से हरा दिया था. अबकी बार मेजबान इंग्लैंड की कोशिश पिछली हार का बदला चुकता करने पर हो गया. एशेज सीरीज में पैट कमिंस ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी कर रहे हैं, वहीं बेन स्टोक्स के कंधों पर इंग्लिश टीम की जिम्मेदारी है.
एशेज सीरीज के 140 साल पुराने इतिहास में डॉन ब्रैडमैन सबसे सफल बल्लेबाज साबित हुए. ब्रैडमैन ने 37 मैचों में 89.78 के एवरेज से 5028 रन बनाए थे, जिसमें 19 शतक और 12 अर्धशतक शामिल रहे. एशेज में ब्रैडमैन के बाद जिस बल्लेबाज का सबसे ज्यादा जिक्र होता है, वह इंग्लैंड के जैक हॉब्स थे. जैक हॉब्स ने कुल 41 मैच खेलकर 3636 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल रहे. वह एशेज में सबसे ज्यादा शतक और रन बनाने की लिस्ट में दूसरे पायदान पर हैं.
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हॉब्स का ये रिकॉर्ड टूटना असंभव!
वैसे जैक हॉब्स ने इंटरनेशल क्रिकेट से ज्यादा घरेलू क्रिकेट में धमाल मचाया. दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज जैक हॉब्स ने 834 फर्स्ट क्लास मैचों में 50.70 की औसत से 61760 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 199 शतक और 273 अर्धशतक निकले. नाबाद 316 रन उनका सर्वोच्च फर्स्ट क्लास स्कोर रहा. क्रिकेट इतिहास में हॉब्स से ज्यादा रन, शतक और अर्धशतक आज तक कोई दूसरा बल्लेबाज नहीं बना सका है. हॉब्स ने अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत साल 1905 में की और 29 साल बाद साल 1934 में उन्होंने इस पर विराम लगाया. प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने के समय उनकी उम्र 52 साल थी.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक
जैक हॉब्स (इंग्लैंड)- 834 मैच, 61760 रन, 199 शतक और 273 फिफ्टी
हेनरी हेंड्रेन (इंग्लैंड)- 833 मैच, 57611 रन, 170 शतक और 272 फिफ्टी
वाली हैमंड (इंग्लैंड)- 634 मैच, 50551 रन, 167 शतक और 185 फिफ्टी
फिल मिड (इंग्लैंड)- 814 मैच, 55061 रन, 153 शतक और 258 फिफ्टी
ज्यॉफ बॉयकॉट (इंग्लैंड)- 609 मैच, 48426 रन, 151 शतक और 238 फिफ्टी
हर्बर्ट सटक्लिफ (इंग्लैंड)- 754 मैच, 50670 रन, 151 शतक और 230 फिफ्टी
सचिन-गावस्कर फर्स्ट क्लास में सबसे सफल भारतीय
भारतीय खिलाड़ियों की बात करें तो सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में संयुक्त रूप से पहले नंबर पर हैं. सुनील गावस्कर ने 348 फर्स्ट क्लास मैचों में 51.46 की औसत से 25834 रन बनाए, जिसमें 81 शतक और 105 अर्धशतक शामिल रहे. वहीं सचिन ने 310 फर्स्ट क्लास मैच खेलकर 57.84 की औसत से 25396 रन बनाए. सचिन के नाम पर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 81 शतक और 116 अर्धशतक दर्ज हैं.
1 जनवरी 1908 को अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले जैक हॉब्स ने इंग्लैंड के लिए 61 टेस्ट मैचों 56.94 की औसत से 5410 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 15 शतक और 28 अर्धशतक निकले और उनका सर्वोच्च स्कोर 211 रन रहा. हॉब्स के ही नाम सबसे ज्यादा उम्र में टेस्ट शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है. हॉब्स ने 46 साल और 82 दिन की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह शतक बनाया था.
जैक हॉब्स ने हर्बर्ट सटक्लिफ के साथ मिलकर इंग्लैंड को कई मुकाबलों में शानदार शुरुआत दिलाई. दोनों खिलाड़ियों ने 39 टेस्ट मैचों में साथ में ओपनिंग की. इस दौरान सटक्लिफ-हॉब्स ने 87.86 के एवरेज से 3386 रन जोड़े, जिसमें 15 शतकीय एवं 11 अर्धशतकीय पार्टनरशिप शामिल रहे. जैक हॉब्स का टेस्ट करियर 22 साल एवं 23 दिनों तक चला.
हॉब्स ये उपाधि हासिल करने वाले पहले क्रिकेटर
साल 1934 में क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद हॉब्स ने पत्रकार के रूप में काम करना जारी रखा. वह 1936-37 में एमसीसी टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया गए और चार किताबें प्रकाशित कीं, जो उस दशक में अच्छी खासी बिकीं. हॉब्स की खेल से जुड़ी सामग्रियों की भी एक दुकान थी, जिसे वह आजीवन चलाते रहे. 1953 में उन्हें 'सर' की उपाधि से सम्मानित किया गया. यह सम्मान पाने वाले हॉब्स पहले प्रोफेशनल क्रिकेटर थे. 21 दिसंबर 1963 को जैक हॉब्स ने 81साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया.