आशीष नेहरा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 1 नवंबर को खेले गए टी-20 मैच के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. स्टार स्पोर्ट्स के शो 'सुपरस्टार्स' में जतिन सप्रू के साथ उनका इंटरव्यू शूट हो चुका है. प्रसारण से पहले इस इंटरव्यू का एक प्रोमो यू-ट्यूब पर आ चुका है. इसमें इंटरव्यू में 12 साल बाद पूर्व तेज गेंदबाज ने महेंद्र सिंह धोनी को गाली देने वाले वाकये पर नेहरा ने अपनी सफाई दी है.
नेहरा से पूछा गया कि कई बार आप मैदान पर अपना आपा खो चुके हैं. इस पर उन्होंने कहा, वह तो 'हीट ऑफ द मोमेंट' (तात्कालिक स्वाभाविक उबाल) था. मैं जानता हूं आप उस महेंद्र सिंह धोनी वाले वीडियो की बात कर रहे हैं. यह वीडियो उस वक्त और मशहूर हो गया, जब धोनी उस मुकाम पर पहुंच गए, जहां वह आज हैं.'
दरअसल, यह वाकया उन दिनों का है, जब महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान नहीं थे. 2005 में पाकिस्तान की टीम भारत में 6 वनडे मैचों की सीरीज खेल रही थी. उस सीरीज का चौथा वनडे 12 अप्रैल को अहमदाबाद में खेला गया. उस मैच में आशीष नेहरा ने धोनी को गाली दी थी. लेकिन, गाली सुनने के बाद भी धोनी खामोश रहे थे.
इस प्रोमो में नेहरा ने और क्या-क्या कहा-
- मेरा सफर बहुत शानदार रहा है, चोटों और मेरे शरीर के कारण मैंने बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं. इस दौरान मैंने काफी कुछ सीखा भी है.
- जिस तरह का क्रिकेट आज खेला जा रहा है, ऐसे में बतौर तेज गेंदबाज 38 साल की उम्र में खेलना आसान नहीं है. ऐसा भी वक्त आया, जब मैं 2 साल तक नहीं खेला.
गेंदबाज के तौर पर सर्वश्रेष्ठ कप्तान कौन रहा..?
- नेहरा ने वीरेंद्र सहवाग का नाम लिया. उन्होंने कहा कि वीरू बहुत (रियलिस्टिक) यथार्थवादी कप्तान थे. अब विराट कोहली अलग तरह का जोशीला नौजवान है.
- अगर विराट कोहली से कहा जाए कि भागते हुए स्पाइडर मैन की तरह उस बिल्डिंग पर चढ़ना है तो वह एक बार सोचेगा कि ऐसा हो सकता है.
- हर खिलाड़ी का कोई खास लम्हा होता है. मेरा 2003 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 23 रन देकर 6 विकेट लेने वाला था.
क्या था..? धोनी-नेहरा वाकया
हुआ यूं था कि भारत ने पहले खेलते हुए 315/6 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था. सचिन तेंदुलकर ने 123 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी. पाकिस्तान की ओर से सलमान बट और शाहिद अफरीदी उस विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरे. लेकिन पारी के चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर धोनी ने अफरीदी का कैच छोड़ दिया. वह गेंद नेहरा की थी.उस वक्त पाकिस्तान का स्कोर 22/0 था, अफरीदी 10 रन पर थे. कैच छूटने पर नेहरा को काफी गुस्सा आया और उन्होंने धोनी को गाली देकर कैच छोड़ने के लिए कोसा. हालांकि, तब नेहरा को यह उम्मीद नहीं रही होगी कि वह जिसे गाली दे रहे हैं, भारतीय टीम के अगले 'कैप्टन कूल' होंगे.
यकीन मानिए धोनी तब भी कूल रहे. उन्होंने नेहरा का कोई जवाब न देकर खामोश रहना ही बेहतर समझा था. तब उनकी कूल छवि वाली बेहतरीन झलक देखने को मिली. लेकिन नेहरा का वह 'रौद्र रूप' वीडियो में कैद हो गया, जो आज भी सोशल मीडिया पर वायरल है.
अफरीदी ने उस मुकाबले में 23 गेदों में ताबड़तोड़ 40 रन बना डाले थे. आखिरकार लक्ष्मीपति बालाजी उन्हें सचिन के हाथों लपकवाने में कामयाब रहे थे. जबकि नेहरा को उस मैच में एक भी सफलता नहीं मिली. उन्होंने 9 ओवर में 75 रन दे डाले. भारत ने वह मुकाबला तीन विकेट से गंवा दिया. और पाकिस्तान ने सीरीज में 2-2 से बराबरी हासिल कर ली थी.