भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने कहा कि स्पिनर रविचंद्रन अश्विन उन्हें अपनी याद दिलाते हैं. कुंबले ने अश्विन को विदेशी धरती पर ज्यादा से ज्यादा गेंदबाजी का मौका दिए जाने की जरूरत पर जोर दिया. कुंबले ने आईसीसी वर्ल्ड कप 2015 में भारत के दूसरे मैच से ठीक पहले शनिवार को कहा, 'अश्विन जिस तरह गेंदबाजी और बल्लेबाजी करते हैं, मुझे कई बार उनमें अपनी छवि दिखाई देती है.'
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किए जाने के अवसर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुंबले ने कहा, 'यह तो तय है कि वह (अश्विन) मुझसे अच्छा बल्लेबाज है. मैं उसमें हिम्मत और दृढ़ संकल्प देख सकता हूं. वह मैदान में जुझारू बना रहता है और टीम के लिए कुछ करना चाहता है, कुल मिलाकर उसमें मुझे अपनी छवि दिखाई देती है.' भारतीय टीम रविवार को मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वर्ल्ड कप का अपना दूसरा मैच खेलेगी. इसी दिन कुंबले को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जाएगा.
कुंबले ने कहा, 'मेरे खयाल से अश्विन एक शानदार क्रिकेटर हैं और बहुत कम वक्त में उन्होंने काफी कुछ हासिल कर लिया है. मेरी ही तरह अश्विन पर भी विदेशी धरती पर विकेट न ले पाने का सवाल उठता रहा है. लेकिन वह विदेशी धरती पर जितना खेलेगा, उतना ही मेच्योर होता जाएगा.' दिसंबर, 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहांसबर्ग टेस्ट में एक भी विकेट न लेने के बाद से एशिया के बाहर टीम इंडिया में एकमात्र स्पिनर के तौर पर अश्विन की जगह रवींद्र जडेजा को तवज्जो दी जाती रही है.
-इनपुट IANS से