पहले ही दिन चार विकेट चटकाने के बावजूद भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच से काफी टर्न मिल रहा था जहां दक्षिण अफ्रीका की टीम दूसरे टेस्ट में पहली पारी में 214 रन पर सिमट गई. अश्विन ने लंच के अपने साथी स्पिनर रविंद्र जडेजा के प्रयास की तारीफ की.
अश्विन ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि
स्पिनरों को काफी टर्न मिल रहा था क्योंकि हम बल्लेबाजों को उतना नहीं छका पा रहे थे जितना
मोहाली में छकाया था. लेकिन जडेजा ने लंच के बाद बेहद अच्छा प्रदर्शन किया और एक छोर से अंकुश लगाए रखा जो हमारी योजना था. उन्होंने कुछ गलत शॉट खेले. हम अंत में सतर्क थे कि आखिरी दो से तीन विकेट 50 से 60 रन जोड़ सकते हैं.’ अश्विन और जडेजा दोनों अब तक तीन पारियों में 12-12 विकेट हासिल कर चुके हैं लेकिन तमिलनाडु के ऑफ स्पिनर ने कहा कि सौराष्ट्र के बायें हाथ के स्पिनर के साथ किसी तरह की प्रतिस्पर्धा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘मैंने इसके बारे में नहीं सोचा. मैं अपने काम पर ध्यान देता हूं. जब जडेजा गेंदबाजी करता है जो मैं अपने अनुभव उसके साथ बांटने की कोशिश करता हूं. उसे अपने मजबूत पक्ष और कमजोरियों के बारे में पता है और यह भी पता है कि क्या चीज उसके लिए काम करेगी. दोपहर के सत्र में उसने काफी सटीक गेंदबाजी की.’
आउट करने का 60-40 मौका देता हूं अश्विन का मानना है कि जब कोई नया बल्लेबाज क्रीज पर उतरता है तो उनके पास उसे आउट करने का 60 प्रतिशत मौका होता है. उन्होंने कहा, ‘जब भी कोई बल्लेबाज क्रीज पर उतरता है तो मैं खुद को उसे आउट करने का 60-40 मौका देता हूं. मुझे लगता है कि मेरे पास पहले बल्लेबाज के उतरने के 20 मिनट के भीतर उसे छकाने का सर्वश्रेष्ठ मौका होता है. विशेषकर जिस तरह गेंद मेरे हाथ से छूट रही है उसे देखते हुए मुझे भरोसा है कि पहले 20 मिनट में मैं किसी को भी छका सकता हूं.’ इस आफ स्पिनर ने कहा, ‘आज डुमिनी जब बल्लेबाजी के लिए उतरा तो उसके पास रणनीति थी. उसे पता था कि वह कैसे शॉट खेलना चाहता है और मुझे पता था कि मुझे कहां गेंदबाजी नहीं करनी है. आज हमने अच्छी गेंदबाजी की और दोनों छोर से काफी दबाव बनाया.’ अश्विन ने स्पिल में अजिंक्य रहाणे के प्रयास की भी सराहना की.
उन्होंने कहा, ‘जहां तक स्लिप क्षेत्ररक्षण का सवाल है तो काफी बदलाव नहीं किया जाता. हम सभी को अजिंक्य पर विश्वास है और उसे वहां चाहते हैं. आज उसने डुमिनी का जो कैच लपका वह उतना आसान नहीं था जितना उसने उसे बना दिया.’ भारत के स्पिन आक्रमण के अगुआ अश्विन ने साथ ही कहा कि उन्हें कभी नहीं लगा कि एबी डिविलियर्स मैच को उनकी जद से छीन लेगा.
आज कुछ लम्हे आए जब वह (डिविलियर्स) गलती कर रहा था. बेशक वह इस मैदान को जानता है और वह अच्छे कोण के साथ शॉट खेल रहा था. उसे पता था कि उसे कहां गेंद खेलनी है. उसे आउट करने के लिए आपको अच्छी गेंद चाहिए. लेकिन कभी भी हमारे दिमाग में यह नहीं आया क एक व्यक्ति मैच हमारे से दूर ले जाएगा.’ अश्विन के अनुसार पिच में नमी और पहले दिन गेंदबाजों को मदद पहुंचाने के चिन्नास्वामी स्टेडियम के इतिहास को देखते हुए विराट कोहली का पहले गेंदबाजी करने का फैसला सही था.